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ओडिशा में मस्जिद के पास हिंदू आतंकवादी द्वारा ब्लास्ट का दावा भ्रामक है

कर्नाटक के बेंगलुरु में स्थित रेस्तरां रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को ब्लास्ट हुआ था। इस ब्लास्ट में शामिल इस्लामिस्ट आतंकवादियों को पकड़ने के लिए NIA की मुहीम जारी है। इस बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ओडिशा के संबलपुर में एक हिंदू ने बम ब्लास्ट कर आतंकी हमले को अंजाम दिया है। साथ ही मीडिया पर निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए दावा किया जा रहा है कि इस आतंकी हमले में एक हिंदू शामिल हैं इसलिए मीडिया इस पर रिपोर्ट नहीं कर रही है। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह आतंकी हमला नहीं था।

कट्टरपंथी मीर फैसल ने X पर लिखा, ‘संबलपुर बम ब्लास्ट के आरोपी अविनाश मिश्रा को संबलपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस हादसे में तीन लोग घायल हो गए। यह एक आतंकवादी हमला था, फिर भी कोई राष्ट्रीय मीडिया चैनल इस पर रिपोर्ट नहीं करा क्योंकि आरोपी एक हिंदू था।‘

मीर फैसल के ट्वीट को हवाला देते हुए चरमपंथी मोहम्मद आसिफ खान ने लिखा, ‘भारतीय मीडिया कहाँ है??क्यों कोई इस बम ब्लास्ट के बारे में बात नहीं कर रहा? क्या यह एक आतंकी हमला नहीं है?‘ 

वामपंथी X हैंडल ड्रंक जर्नलिस्ट भी मीर फैसल के ट्वीट का हवाला देते हुए लिखा, ‘यह रामेश्वरम ब्लास्ट से कुछ अलग नहीं है, लेकिन इसे आतंकवादी हमला नहीं कहा जाएगा और मीडिया इसे समाचार के रूप में नहीं दिखाएगा।‘

कट्टरपंथी इस्लामिस्ट शाहनवाज़ अंसारी ने लिखा, ‘उड़ीसा के संबलपुर में मस्जिद के बाहर बम से हमला करने वाले दहशतगर्द “अविनाश मिश्रा” को पुलिस गिरफ़्तार कर ली है। इस आतंकी हमले में तीन मुस्लिम नौजवान शदीद ज़ख़्मी हुए थे। हैरत की बात है कि इस आतंकी हमले की ख़बर नेशनल मीडिया से पूरी तरह ग़ायब है।‘ 

चरमपंथी अली सोहराब ने X पर लिखा, ‘उड़ीसा: संबलपुर मस्जिद के बाहर बम ब्लास्ट करने वाला “अविनाश मिश्रा” गिरफ्तार,  घटना में तीन मुसलमान बुरी तरह से ज़ख्मी हुए थे। यह एक आतंकवादी हमला था, फिर भी राष्ट्रीय मीडिया ने इस पर रिपोर्ट नहीं की क्योंकि बम ब्लास्ट करने वाला आरोपी (मिश्रा) हिंदू है!‘

कट्टरपंथी अमीना कौसर ने लिखा, ‘संबलपुर बम ब्लास्ट के आरोपी अविनाश मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। हिंदुत्व आतंकी हमले के बावजूद, राष्ट्रीय मीडिया अब भी खामोश है, केवल इसलिए क्योंकि दोषी हिंदू समुदाय से हैं।‘

सीरियल फेक न्यूज़ पेडलर क्राइम रिपोर्ट्स इंडिया ने लिखा, ‘ओडिशा: संबलपुर मस्जिद रमजान बम ब्लास्ट के आरोपी अविनाश मिश्रा को संबलपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस हादसे में तीन लोग घायल हो गए। यह एक आतंकी हमला था, फिर भी कोई राष्ट्रीय मीडिया चैनल इस पर रिपोर्ट नहीं करा क्योंकि आरोपी एक हिंदू था।‘

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमे ‘The News Indian express’ पर 28 मार्च 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक संबलपुर के पीर बाबा चौक में मस्जिद के पास बम फेंके जाने के मामले में पुलिस ने एक 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान अभिलाष मिश्रा के रूप में की गई। इस मामले में आईजी (उत्तरी रेंज) हिमांशु लाल ने बताया है कि जांच के बाद यह पता चला कि यह व्यक्तिगत प्रतिशोध का स्पष्ट मामला था और इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल शामिल नहीं है। जांच के दौरान, यह पाया गया कि आरोपी की ‘एसबीपी माफिया गैंग’ नामक इंस्टाग्राम पेज के सदस्य सुशील पाइका के साथ व्यक्तिगत लड़ाई थी। पाइका ने कथित तौर पर एक बार अभिलाष मिश्रा के पिता पर हमला किया था जिसके कारण उन्होंने बदला लेना चाहा था। उसने पाइका को बमबारी की घटना में फंसाने की योजना बनाई और बम पर ‘एसबीपी माफिया गिरोह’ का स्टिकर भी लगा दिया।

Source- The New Indian Express

इसके अलावा, हमें वन इंडिया द्वारा प्रकाशित 28 मार्च की रिपोर्ट मिली। वन इंडिया के मुताबिक, ओडिशा, संबलपुर मंगलवार 26 मार्च को क्रूड बम/देसी बम हमले में तीन लोग घायल हो गए थे। हालांकि, अब वे खतरे से बाहर हैं। वन इंडिया ने आगे लिखा, ‘अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह हिंसा का कृत्य व्यक्तिगत प्रतिशोध के कारण हुआ था, न कि समुदायिक विवाद के कारण। आरोपी अपने पिता पर हुए हमले का बदला लेने की कोशिश की थी।

पड़ताल में हमने संबलपुर के एसपी मुकेश कुमार भामू से सम्पर्क किया। उन्होंने हमने बताया कि अभिलाष मिश्रा आईटीआई का स्टूडेंट है। उसका सुशील पाइका से पुराना विवाद है, सुशील को फंसाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया गया। हमने सभी पहलू पर जांच की, यह किसी तरह का आतंकी हमला नहीं था।

जानकारी के लिए यह भी बता दें ओडिशा संबलपुर में हुआ देसी बम का ब्लास्ट बेंगलुरु रामेश्वरम कैफे में हुए ब्लास्ट से बहुत अलग है। बेंगलुरु में IED का इस्तेमाल किया गया था। क्रूड बम और IED में मुख्य अंतर हैं। क्रूड बम एक साधारण, असंगठित और स्वदेशी तरीके से बनाया गया होता है जिसमें घरेलू सामग्री जैसे पेट्रोल, गैसोलीन, फायरक्रैकर्स और पूछ का पाउडर का उपयोग किया जाता है। वहीं IED एक सुधारित, प्रायोगिक, और अधिक विशेषज्ञ ढंग से बनाया जाता है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संवेदनशील सेंसर्स का उपयोग किया जाता है। इसका निर्माण और प्रक्रिया अधिक विशेषज्ञीकृत होती है, और इसके लिए विशेष शिक्षा और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष: ओडिशा के संबलपुर में हुए देसी बम ब्लास्ट का कारण दो लोगों के बीच निजी दुश्मनी थी। इस मामले में किसी भी प्रकार का साम्प्रदायिक एंगल नहीं है।

दावाओडिशा संबलपुर ने आतंकी हमला हुआ था
दावेदारकट्टरपंथी इस्लामिस्ट
फैक्ट चेकभ्रामक

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Tags: Islamist Misleading फैक्ट चैक

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