धर्म

तमिलनाडु में बुलेट चलाने पर दलित युवक का हाथ काटने की घटना में शामिल आरोपी सवर्ण नहीं हैं

तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में एक युवक पर हमला कर उसके हाथ काट देने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर इस मामले को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एक दलित युवक को बुलेट से चलाने की वजह से सवर्णों ने उसका हाथ काट दिया। हालंकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ।

क्रांति कुमार ने लिखा, ‘घोड़ी पर चढ़ने से दिक्कत. मूंछे रखने पर दिक्कत, ऊंचे मकानों से दिक्कत. अच्छे कपड़े पहनने पर दिक्कत. अब बुलेट चलाने से भी दिक्कत. कुछ योगों की छाती पर सांप लेटने लगा. तमिलनाडु के सिवागंगा में दलित युवक ने बुलेट चलाई तो सवर्णों ने हाथ काट दिया. कुछ जातिवादी सवर्ण आज भी दलितों को गरीब, दुखी, फटे कपड़ों में, कच्चे मकानों में और मजदूरी करते हुए देखना चाहते हैं. देश का हर दूसरा आदमी OBC है. हर चौथा आदमी SC-ST है. यह देश किसी के बाप का नही है. दलित अब 1850 के दौर का दलित नही है. वे पढ़ रहे हैं, लिख बोल रहे हैं, कमा रहे हैं. वो बुलेट क्या हवाई जहाज भी उड़ा रहे हैं.’

दी वायर ने इस मामले पर एक रिपोर्ट प्रकाशित कर लिखा, ‘#शिवगंगा ज़िले के एक सरकारी कॉलेज में पढ़ने वाले 20 वर्षीय दलित छात्र पर 12 फरवरी को ‘बुलेट’ मोटरसाइकिल चलाने पर तीन सवर्ण युवकों ने हमला किया. पीड़ित को अस्पताल ले जाने के बाद कथित उच्च जाति के लोगों ने दलित परिवार के घर में तोड़फोड़ की.’

आवेश गौतम ने लिखा, ‘ये देखिये दलित छात्र को बुलेट चलाते देख जातिवादी सवर्ण के कुछ लोगों ने उसका हाथ काट दिया और कहा कि उन्हें यह कतई पसंद नहीं है कि कोई दलित महंगी बाइक उनके सामने चलाए यह घटना तमिलनाडु के सिवागंगा की है. कभी इनको घोड़े से दिक्कत है, तो कभी मूंछ से दिक्कत है अब इनको बुलेट से भी दिक्कत होने लगी है.’

वहीं मनोज कुमार, शहंशा और ज्ञानेंद्र यादव ने भी इसे दावे के साथ मामले को एक पर शेयर किया है।

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल में हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें आजतक की एक रिपोर्ट मिली। जिसके मुताबिक, पीड़ित अय्यासामी सरकारी कॉलेज में थर्ड ईयर की छात्र है। उसके चाचा भूमिनाथन ने पिछले साल एक रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल खरीदी थी। बुधवार को अय्यासामी उसी बाइक से अपने घर वापस लौट रहा था। तभी रास्ते में तीन लोगों ने उसे रोका और उस पर बेरहमी से हमला कर दिया। अय्यासामी की मां ने दावा किया कि हमलावरों ने अय्यासामी की जाति को लेकर उसका अपमान किया था और फिर वे उसपर टूट पड़े थे। पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर आरोपी विनोथ कुमार, आधी ईश्वरन और वल्लारासु को गिरफ्तार कर लिया है।

पड़ताल में आगे हमें The News Minute की एक रिपोर्ट मिली। जिसके मुताबिक, शिवगंगा जिले में 19 वर्षीय दलित युवक को तीन अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) जाति के युवकों ने रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल चलाने के पर बेरहमी से पीटा। तीनों आरोपी अगामुदैयार समुदाय से हैं जो थेवर जाति समूह के अंतर्गत आते हैं। इन्हें ओबीसी कैटेगरी में वर्गीकृत किया गया है।

Source: The News Minute

मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, पीड़ित अय्यासामी मेलापीडावुर गांव में अपनी बाइक से जा रहा था, तभी एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बिना किसी चेतावनी के उसके सामने से रास्ता पार कर लिया। इसके बाद अय्यासामी ने बाइक से उतरकर बुजुर्ग व्यक्ति को आवाज़ लगाई कि वह देखे, वह कहां जा रहा है। इसके बाद पास में ही मौजूद आरोपियों ने इस बात पर अय्यासामी से झगड़ा किया और जातिसूचक गालियां दीं। इसके बाद विनोद कुमार और अतीश्वरन ने कथित तौर पर वल्लारसु को अय्यासामी पर हमला करने का आदेश दिया। एफआईआर में आगे कहा गया है कि वल्लारसु ने एक चाकू निकाला और अय्यासामी के हाथों पर वार कर दिया।

दावा तमिलनाडु में एक दलित युवक को बुलेट से चलाने की वजह से सवर्णों ने उसका हाथ काट दिया।
दावेदार क्रांति कुमार, दी वायर,
निष्कर्ष तमिलनाडु में एक दलित युवक पर हमला करने वाले स्वर्ण नहीं हैं। तीनों आरोपी OBC केटेगरी के हैं।

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Tags: Fact Check Fake News तमिलनाडु दलित फैक्ट चैक बुलेट शिवगंगा

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