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कट्टरपंथियों ने श्रीलंका के बुद्ध भिक्षु का अशलील वीडियो साझा कर दावा किया कि यह वीडियो भारत के हिंदू पुजारी का है

2014 के बाद से भारत में सनातन संस्कृति को मानो एक नई ऊर्जा मिली है। अब इसके पीछे सियासी कारण हो या धार्मिक, इस नई ऊर्जा ने सनातन संस्कृति से नफरत करने वालों की नींद उड़ा दिया है। अफ़सोस की बात यह है कि इस श्रेणी में इस्लामिस्टों के अलावा पेरियार भक्त भी है। ट्विटर पर एक वीडियो वायरल कर दावा किया जा रहा है कि एक हिंदू बाबा कमरे में अश्लील हरकतें करते हुए पकड़े गए है।

हिंदुफोबीक ट्विटर यूजर सतवांत सिंह राणा ने ट्वीट कर लिखा, “शुकराना बाबा महिलाओं के साथ कमरे में सेक्सी पूजा करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया कर दी गई जमकर पिटाई

ईश्वर धर्म बना बाबाओं  के लिए अय्याशी का अड्डा

वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है गुरु जी महाराज बाबाओं से सावधान रहो यह सब कामवासना से भरे हुए हैं।” 

सीपी भाई  ज्ञानी महाराज नामक ट्विटर यूजर ने भी सतवांत सिंह राणा की बातों को दोहराया।

इसके अलावा और भी हिंदू फोबीक यूजर्स ने वीडियो साझा कर सनातन विरोधी दावा किया। आप इसे यहां, यहां और यहां भी देख सकते हैं। 

तो क्या सच में वीडियो में हिंदू धर्म के पुजारी है, जो महिलाओं के साथ अश्लील हरकत करते हुए पकड़े गए है। चलिए देखते हैं अपनी इस रिपोर्ट में!

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फैक्ट चेक

सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा इस वीडियो की पड़ताल हमने वीडियो का कीफ्रेम रिवर्स इमेज सर्च करके किया। सर्च के दौरान हमें यह जानकारी मिली कि यह वीडियो यूट्यूब के तमाम चैनलों पर एक हफ्ते पहले प्रसारित किया जा चुका है।

टेस्ट वन नामक एक श्रीलंका यूट्यूब चैनल ने वायरल वीडियो को प्रकाशित किया था। गौर करने वाली बात यह है कि वीडियो में दिख रहें व्यक्ति हिंदू साधु नहीं बल्कि बौद्ध सन्यासी यानी बौद्ध मोंक है।

इसके अलावा एक और श्रीलंका न्यूज़ चैनल “मीरा तमिल” ने बौद्ध सन्यासी का सेक्स स्कैंडल खबर पर अपनी रिपोर्ट प्रकशित किया है।

श्रीलंकाई न्यूज़ चैनल द्वारा प्रकाशित इस खबर से दो चीज साफ हो रही है। पहला यह कि वायरल वीडियो में दिख रहा व्यक्ति हिंदू साधु नहीं बल्कि बौद्ध सन्यासी है। दूसरा यह कि वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि श्रीलंका का है।

खैर, हमने अपनी पड़ताल की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए श्रीलंकाई न्यूज़ वेबसाइट का भी सहारा लिया। पीकेबी न्यूज़ वेबसाइट ने इस मामले में अपने रिपोर्ट में लिखा कि, “पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट पर पल्लेगामा सुमना का वायरल वीडियो ट्रेंड कर रहा है। एक भिक्षु और दो महिलाओं को ग्रामीणों द्वारा पकड़े जाने की फुटेज को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया है। एक कमरे में दो महिलाओं और एक साधु के साथ पाए जाने के बाद उन्होंने उन पर भी हमला किया।”

Source- PKB news

पीकेबी न्यूज़ के अनुसार, “वीडियो पल्लेगामा सुमना के बारे में है, जिसमें कथित तौर पर इहला बोमिरिया क्षेत्र में श्री सुमनाराम विहारया में एक साधु और दो महिलाओं को इस कृत्य में पकड़ा गया था।”

Source- PKB news

न्यूज़ वेबसाइट से मिली जानकारी के बाद हमने ट्विटर पर भी इस मामले की पड़ताल की। श्रीलंकाई इनवेस्टिगेटिव पत्रकार लाहिरू डोलोस्वला ने वायरल वीडियो में विवादित कृत्य में  पकड़े गए बौद्ध सन्यासी के ऊपर तीखा प्रखार करते हुए 8 जुलाई को ट्वीट किया था।

ऊपर उल्लेख किए गए तमाम प्रमाण के आधार पर यह कहना उचित होगा कि भारत में सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म के ऊपर लालछन लगाकर वायरल किया जाना वाला वीडियो भारत का है ही नहीं और वीडियो में दिख रहा व्यक्ति हिंदू साधु नहीं बल्कि बौद्ध सन्यासी है।

दावाट्विटर यूजर्स ने ट्वीट कर दावा किया कि वीडियो में आपतिजनक कृत्य करने वाला भारत के हिंदू साधु है।
दावेदारट्विटर यूजर्स
फैक्ट चेकफर्जी
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