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बीते सप्ताह वायरल पांच फर्जी दावों का फैक्ट चेक

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बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद असिता पार्क में लगने लगा प्रवेश शुल्क, हाथरस में बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत करने पर पिता की हत्या, आगरा में जातिवादियों ने रोकी दलित युवक की बारात, राजस्थान में थाने में महिला के साथ बलात्कार और मेरठ में दलित युवक पर हमले की घटना को शामिल किया है।

1. दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद असिता पार्क में प्रवेश शुल्क लेने का दावा गलत है

अनाहत सागर ने लिखा, ‘बीजेपी ने दिल्लीवालों को किया लूटना शुरू. दिल्ली के पार्कों में लगाई फीस: बीजेपी और LG ने पार्कों की एंट्री फीस ₹20/दिन लगाई ,अब फीस बढ़ाकर ₹50/दिन कर दी. बीजेपी और LG से माँग मांग – फ़ीस को ₹500/दिन कर दो!’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि यमुना खादर स्थित असिता ईस्ट पार्क में प्रवेश शुल्क जून 2024 से लागू किया गया था। उस समय दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी। दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद असिता पार्क में प्रवेश शुल्क लेने का दावा गलत है।

2. हाथरस में बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत करने पर पिता की हत्या का मामला चार साल पुराना है

अरशद राणा ने एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर कर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है, जिसमें एक पिता की अपनी बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत करने पर गोलियों से भूनकर निर्मम हत्या कर दी गई है ¹ ²। यह घटना उत्तर प्रदेश में बेटियों की सुरक्षा के बारे में गंभीर सवाल उठाती है। इस घटना की निंदा करते हुए, हमें उम्मीद है कि पुलिस और सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगी और हत्यारों को कठोरतम सजा मिलेगी। हम शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और आशा करते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द न्याय मिलेगा। इस घटना को ज्यादा से ज्यादा शेयर करना आवश्यक है ताकि इस परिवार को न्याय मिल सके और समाज में जागरूकता फैलाई जा सके।’

फैक्ट चेक: उत्तर प्रदेश के हाथरस में बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत करने पर पिता की हत्या का मामला लगभग चार साल पुराना है। इस मामले में कोर्ट ने दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसे हाल ही का बताकर भ्रामक रूप से शेयर किया जा रहा है।

3. आगरा में दलित युवक की बारात में विवाद पर जातिगत एंगल नहीं है

यूपी कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल ने एक पोस्ट कर लिखा, ‘आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र में दबंगों ने एक दलित युवक की बारात पर हमला कर दिया। जातिसूचक गालियां देते हुए दूल्हे पर बंदूक तान दी और उसे घोड़ी से उतार दिया। मौके पर पहुंची पुलिस बिना बैंड-बाजे के बारात को सुरक्षित लड़की के घर पहुंचाई। यानी, पुलिस ने भी दबंगों के इरादों के आगे घुटने टेक दिए। लानत है! ऐसे सिस्टम पर जो पीड़ितों की नहीं पीड़ित करने वालों की सुनता है।’

फैक्ट चेक: आगरा में दलित युवक की बारात पर हमले की घटना में जातिगत एंगल नहीं है। दो बरातों के बीच पहले निकलने को लेकर विवाद हुआ है। दुल्हे को घोड़ी से उतारने जैसी कोई घटना नहीं हुई है।

4. राजस्थान में थाने में महिला के साथ बलात्कार का मामला बीजेपी नहीं, कांग्रेस सरकार का है

परम नाम के हैंडल ने लिखा, ‘अलवर – राजस्थान SI (थानेदार) ने महिला से थाने में 3 दिन तक रेप किया ओर थाने में तैनात बाकी पुलिस वालों को भनक तक नहीं लगी। सिस्टम मै सुधार की भयंकर जरूर है। लालच, रिश्वत, ओर कामुकता इंसान के दिमाग मै भर गया है। अलवर में 7 दिन मै ऐसा दूसरा मामला है।’

फैक्ट चेक: अलवर में थाने में पुलिसकर्मी द्वारा रेप की घटना चार साल पुरानी है। तब राजस्थान में भाजपा नहीं, कांग्रेस की सरकार थी। वहीं आरोपी पुलिसकर्मी पर कारवाई हुई है। इसे हाल ही का बताकर भ्रामक रूप से शेयर किया जा रहा है।

5. मेरठ में दलित युवक पर हमले की घटना में जातिगत एंगल नहीं है

डीपी गौतम ने लिखा, ‘SC होना गुनाह हो गया? यह वीडियो मेरठ के बजौट गांव का बताया जा रहा है। पिस्टल के बल पर “विनय जाटव” नामक युवक का अपहरण कर उसे जंगल में जानवरों की तरह बेरहमी से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। ऐसे दरिंदों को सख्त से सख्त सजा दी जाय।’

फैक्ट चेक: मेरठ में दलित युवक पर हमले की घटना में जातिगत एंगल नहीं है। यह दो गैंगों के बीच टकराव का मामला है। वहीं आरोपियों में शामिल युवक पिछड़े और दलित दोनों शामिल हैं।

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