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बीते सप्ताह वायरल पांच फर्जी दावों का फैक्ट चेक

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बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने मेरठ में मुस्लिम युवती की हत्या, अनुसूचित जाति के कांवड़ियों को जलाभिषेक करने से रोका गया, मणिपुर में गौ भक्तों द्वारा मुस्लिम महिला को पीटने का वीडियो, प्लेटफार्म पर चढ़ी ट्रेन और बरेली में टीचर द्वारा मुस्लिम छात्र को पीटने के दावों को शामिल किया है।

1. मेरठ में मुस्लिम युवती की मौत के मामले में सांप्रदायिक एंगल नहीं है

हारून खान ने एक्स पर फोटो शेयर कर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश, मेरठ।सरधना, मेरठ से 4 दिन से लापता 16 वर्षीय मुस्लिम लड़की की हत्या कर दी गई है। उसका शव एक जंगल में मिला, उसका चेहरा कंकाल में बदल चुका था। परिवार का आरोप है- “उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, हत्या की गई और उसके चेहरे पर एसिड डाला गया”।

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि इस मामले में मृतका के पिता ने हसीन, शाहरूख, इकरामुद्दीन और मोहसीन के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, जिसमें से पुलिस ने आरोपी हसीन को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में किसी प्रकार का सांप्रदायिक एंगल नहीं है। आरोपी और पीड़ित दोनों मुस्लिम समुदाय से हैं।

2. अनुसूचित जाति के कांवड़ियों को जलाभिषेक करने से रोका गया?

SC- ST HUB नाम के एक्स हैंडल ने लिखा, ‘अंबेडकर मिशन तथा बीएसपी के कमजोर होने से अनुसूचित जाति के गुमराह लोग बार-बार समझाने के बाद भी मनुवादियों के झांसे में आकर बेइज्जत होने के लिए कावड उठाकर जलाभिषेक/पूजा करने के लिए चले जाते हैं। बार-बार हमने चेताया की कावड़ यात्रा पर न जाए पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दें फिर भी..’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि यह मामला करीबन 7-8 साल पुराना है। इस मामले में दलितों को मंदिर में जलाभिषेक करने से रोकने के आरोपों की पुष्टि नहीं होती है।

3. मणिपुर में गौ भक्तों द्वारा मुस्लिम महिला को पीटने का दावा गलत है

चरमपंथी अबू आला आज़मी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘एक ऐसा वीडियो जिसे पूरी दुनिया को देखना चाहिए। भारत के मणिपुर राज्य में गंदे गौभक्तों ने एक मुस्लिम महिला को बेरहमी से पीट रहे।‘

फैक्ट चेक: जांच में पता चला कि वायरल दावा भ्रामक है, महिला को गौ भक्तों ने नहीं पीटा था। मणिपुर में उग्रवादी संगठन UNLF MPA के सदस्यों ने महिला को नशीली दवाओं की गतिविधियों में शामिल होने की वजह से पकड़ा था। इस सगंठन के मुस्लिम समुदाय के लोग भी सदस्य हैं।

4. प्लेटफार्म पर अनियंत्रित चढ़ी ट्रेन का वीडियो 9 साल पुराना है

कांग्रेस नेता सुरेन्द्र राजपूत ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘एक और ट्रेन दुर्घटना!‘

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो 9 साल पुराना है, जब मुंबई के चर्चगेट स्टेशन पर ट्रेन बफर्स से टकराई और आंशिक रूप से प्लेटफार्म पर चढ़ गई थी।

5. बरेली में छात्र को पीटने के मामले में सांप्रदायिक एंगल नहीं है

आएशा रहमान ने लिखा, ‘UP: बरेली में शिक्षिका ने कमरे में बंदकर मुस्लिम छात्र को जमकर पीटा क्योलड़िया के बिहारीपुर में छात्र अब्दुल रहमान को जामुन, नींबू तोड़ने से मना करने पर बेरहमी से पीटा गया। शिक्षिका ने मार-मारकर पीठ की खाल उधेड़ दी। पीड़ित छात्र के परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया।’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि पीड़ित छात्र कोमल मुस्लिम नहीं, हिंदू है। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।



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