बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने मुरादाबाद में इमाम अकरम की हत्या, अहमदाबाद में इस्कॉन ब्रिज दुर्घटना के आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं करना, गोरखपुर यूनिवर्सिटी में पुलिस के साथ मारपीट, पीएम मोदी ने लिया बदायूं गैंगरेप केस के आरोपी पुजारी से आशीर्वाद और कीचड़ से भरी सड़क की यह तस्वीर को शामिल किया है।
1. मुरादाबाद में इमाम अकरम की हत्या का दावा झूठा है
सदफ आफरीन ने एक्स पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश मुरादाबाद में मस्जिद के इमाम मौलाना अकरम की गोली मारकर हत्या कर दी गई! उत्तर प्रदेश में गुंडे माफिया बढ़ गए है! हाल ही में प्रतापगढ़ में जमीयत के अध्यक्ष की हत्या कर दी गई थी’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि यूपी के मुरादाबाद में इमाम की हत्या का दावा गलत है। दरअसल इमाम दूसरी शादी करना चाहता था लेकिन घर में इसे लेकर विवाद था। इसी वजह से इमाम ने आत्महत्या कर ली।
2. अहमदाबाद में इस्कॉन ब्रिज दुर्घटना के आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं करने का दावा गलत है
कुमार मनीष ने एक्स पर दिव्य भास्कर की खबर को शेयर करते हुए लिखा, ‘यह इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण है कि गुजरात सरकार सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को लेकर कितनी चिंतित है।”इस्कॉन ब्रिज पर हुए सबसे घातक हादसे को एक साल बीत जाने के बाद, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए, गुजरात पुलिस ने तथ्य पटेल के खिलाफ कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की है।” मीडिया और सोशल मीडिया पर आक्रोश के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला। क्या कोई पढ़कर देरी का कारण बता सकता है?’
फैक्ट चेक: अपनी जांच में हमने पाया कि इस्कॉन ब्रिज दुर्घटना मामले में मुख्य आरोपी तथ्य पटेल के खिलाफ अभी तक आरोप पत्र तय नहीं किये जाने का दावा गलत है। पुलिस ने घटना के 7 दिन के भीतर आरोपी के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र पेश किया था।
3. गोरखपुर यूनिवर्सिटी में पुलिस के साथ मारपीट का वीडियो पुराना है
फिरदौस फिजा ने लिखा, ‘ABVP कार्यकर्ताओं ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी में ख़ूब हंगामा किया …. पहले दरोगा जी को पीटा फिर यूनिवर्सिटी के कुलपति और रजिस्ट्रार को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा ….!!’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि ABVP कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई झड़प का यह वीडियो एक साल पुराना है। इसे हाल ही का बताकर भ्रामक रूप से शेयर किया जा रहा है।
4. पीएम मोदी का बदायूं गैंगरेप केस के आरोपी पुजारी से आशीर्वाद लेने का दावा फर्जी है
पायल गुप्ता ने लिखा, ‘पंडित सत्यानंद ने अपने साथियों के साथ मंदिर में करा बच्ची के साथ रेप, गुप्त अंग मे डाला सरिया, आंते तक फाड़ डाली। प्रधानमंत्री मोदी लेने गए थे इस पंडित से चुनावों में आशिर्वाद।’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि पीएम मोदी का बदायूं गैंगरेप केस के आरोपी पंडित सत्यानंद दास से आशीर्वाद लेने का दावा मनगढ़त व फर्जी है। यह घटना तीन साल पुरानी है।
5. कीचड़ से भरी सड़क की यह तस्वीर भारत की नहीं है
पर्सपेक्टिव नाम के एक्स हैंडल ने एक्स पर कीचड़ से भरी सड़क की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘भारत में सड़क विभाग।’
फैक्ट चेक: दावे की पड़ताल में पता चला कि यह तस्वीर भारत की नहीं, बल्कि नेपाल की है।
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