बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने एबीसी पत्रकार अवनी दास का भारत के संविधान को लेकर किया गया दावा, दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरी पीएम मोदी द्वारा उदघाटन की गई इमारत, मुरैना में गौहत्या का आरोप लगाकर तोड़ा गया मुसलमानों का घर, पिता ने अपनी बेटी से की शादी और बाराबंकी में लोगों के घरों पर सीएम योगी के बुल्डोजर के कहर के दावों को शामिल किया है।
1. एबीसी पत्रकार अवनी दास ने भारत के संविधान को लेकर फैलाया झूठ
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया एबीसी की पत्रकार अवनी दास ने हाल ही में अपनी एक डॉक्यूमेंट्री वीडियो में दावा किया, ‘जब भारत ने 1947 में ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्रता प्राप्त की, उस समय संविधान में यह उल्लेख किया गया था कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। इसका मतलब है कि यह सभी धर्मों के प्रति सम्मानपूर्ण और सभी के प्रति ‘ओपन‘ देश है। संविधान के पृष्ठ 33 पर शब्द ‘सेक्युलर’ स्पष्ट रूप से उल्लेखित है।
फैक्ट चेक: एबीसी पत्रकार अवनी दास द्वारा यह दावा करना कि भारतीय संविधान में 1947 से ही ‘धर्मनिरपेक्ष’ लिखा गया है, भ्रामक है। सच्चाई यह है कि आपातकाल के दौरान, इंदिरा गांधी ने 42वें संशोधन के तहत ‘धर्मनिरपेक्ष’ यानी ‘सेक्युलर’ शब्द को संविधान में जोड़ा था।
2. दिल्ली एयरपोर्ट: जो इमारत गिरी उसका उद्घाटन पीएम मोदी ने नहीं किया था
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिखा, ‘देख कर ही दिल दहलता है दिल्ली एयरपोर्ट पर हुआ यह हादसा दुखद है मृतक के परिजनों को हमारी संवेदनाएँ और घायलों के जल्द ठीक होने की दुआएँ इस टर्मिनल का उद्घाटन भी नरेंद्र मोदी ने सिर्फ चार महीने पहले ही किया था’
देख कर ही दिल दहलता है
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) June 28, 2024
दिल्ली एयरपोर्ट पर हुआ यह हादसा दुखद है
मृतक के परिजनों को हमारी संवेदनाएँ और घायलों के जल्द ठीक होने की दुआएँ
इस टर्मिनल का उद्घाटन भी नरेंद्र मोदी ने सिर्फ चार महीने पहले ही किया थाpic.twitter.com/R39wStOGPw
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि 28 जून को दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरी इमारत का उद्घाटन पीएम मोदी ने नहीं किया था। छत का जो हिस्सा गिरा है, वह 2009 में बना था।
3. मुरैना में गौहत्या का आरोप लगाकर मुसलमानों के घर तोड़ने का दावा भ्रामक है
सदफ अफरीन ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मध्य प्रदेश के मुरैना मे बजरंग दल के गुंडों ने गौहत्या का आरोप लगाकर हंगामा किया, जिसके बाद जफर खान और असगर खान के घर को तोड़ दिए गए! दिलीप सिंह गुर्जर ने 5 मुस्लिम पुरुषों के खिलाफ FIR दर्ज की! और इनके घर तोड़कर इनपर NSA लगाने की मांग की! इतनी नफरत??’
मध्य प्रदेश के मुरैना मे बजरंग दल के गुंडों ने गौहत्या का आरोप लगाकर हंगामा किया, जिसके बाद जफर खान और असगर खान के घर को तोड़ दिए गए!
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) June 26, 2024
दिलीप सिंह गुर्जर ने 5 मुस्लिम पुरुषों के खिलाफ FIR दर्ज की!
और इनके घर तोड़कर इनपर NSA लगाने की मांग की!
इतनी नफरत??pic.twitter.com/kHfuJisczo
फैक्ट चेक: जांच में पता चला कि आरोपियों के घर से गोमांस मिला था, जिसके बाद उनके अवैध निर्माण को तोड़ा गया है। वहीं अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए पहले से नोटिस दिया गया था।
4. पिता ने अपनी बेटी से की शादी?
इस्लामिस्ट कट्टरपंथी फ़िरदौस फिजा ने एक्स पर वीडियो शेयर कर दावा किया, ‘यह कौन सी प्रथा है ….???? एक पिता अपनी ही बेटी को ज़बरदस्ती मजबूर कर रहा है खुद से शादी करने के लिए …..!!! वही पिता शादी न करने पर बेटी बेचने की धमकियां दे रहा है ….!! बेहद शर्मनाक।‘
यह कौन सी प्रथा है ….????
— Firdaus Fiza (@fizaiq) June 26, 2024
एक पिता अपनी ही बेटी को ज़बरदस्ती मजबूर कर रहा है खुद से शादी करने के लिए …..!!!
वही पिता शादी न करने पर बेटी बेचने की धमकियां दे रहा है ….!!
बेहद शर्मनाक………😡😡😡#LaapataaLadies#SEVENTEEN #Delivery
LoP Rahul Gandhi | Renuka | अरविंद… pic.twitter.com/3xJdjq9mx8
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि पिता ने अपनी बेटी के साथ जबरदस्ती शादी नहीं की है। वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है।
5. बाराबंकी में सीएम योगी के बुलडोजर के कहर का दावा भ्रामक है
चरमपंथी अंसार इमरान ने वीडियो शेयर कर दावा किया, ‘बुलडोजर का अहंकार अब बाराबंकी पहुंच चुका है। केवल मुसलमान ही क्यों बाकि लोग भी इस सत्ताधारी इंस्टेंट जस्टिस के फॉर्मूले का मजा लें।‘
बुलडोजर का अहंकार अब बाराबंकी पहुंच चुका है। केवल मुसलमान ही क्यों बाकि लोग भी इस सत्ताधारी इंस्टेंट जस्टिस के फॉर्मूले का मजा लें। pic.twitter.com/XiNCNs3T7M
— Ansar Imran SR (@ansarimransr) June 23, 2024
फैक्ट चेक: बाराबंकी शहर में जमुरिया नाले के किनारे अवैध निर्माण के कारण पिछले वर्ष शहर को बाढ़ का सामना करना पड़ा था। इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को संज्ञान में लिया और अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया, जिसके तहत बाराबंकी में अतिक्रमण हटाने का सिलसिला चल रहा है। यह इलाका पूरी तरह अवैध है।