Home अन्य बीते सप्ताह वायरल पांच फर्जी दावों का फैक्ट चेक
अन्य

बीते सप्ताह वायरल पांच फर्जी दावों का फैक्ट चेक

Share
Share

बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने चीन बॉर्डर पर सेना के जवान को खाना न मिलने का दावा, सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद गुजरात में मस्जिद पर चला बुलडोजर, मिर्जापुर में ठाकुरों द्वारा दलित किशोर की हत्या, बागपत में नरेश नाम के युवक ने थूककर बनाई रोटी और संभल में आरोपी युवक ने की बलात्कार पीडिता की हत्या जैसे दावों को शामिल किया है।

1. चीन बॉर्डर पर सेना के जवान को खाना न मिलने का दावा गलत है

ऋतु राठौर ने एक्स पर लिखा, ‘यह वीडियो व्हाट्सएप पर वायरल हो रहा है। क्या यह सच है कि चीन सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों को पर्याप्त राशन नहीं मिल रहा है और वे भूखे रह रहे हैं?‘

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो में किए गए आरोप गलत थे। खाना न मिलने का आरोप लगाने वाले हरेंद्र कुमार और चंदू चव्हाण दोनों ही अनुशासनहीनता के दोषी थे, जिससे सेना ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सेना से कोर्ट मार्शल कर दिया है।

https://twitter.com/OnlyFactIndia/status/1839314887811719504

2. सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद गुजरात में मस्जिद पर बुलडोजर चलाने का दावा भ्रामक है

सदफ आफरीन ने एक्स पर लिखा, ‘गुजरात, सोमनाथ 500 साल पुराने कब्रिस्तान, दरगाह और मस्जिद पर सुबह 4 बजे बुलडोजर चला दिया गया! सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन पर रोक लगाई थी और कहा था– “अगली सुनवाई तक जो 1 अक्टूबर को होगी, हमारे आदेश के बिना देश में कहीं भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं की जाएगी” सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाई गई है!’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद गुजरात में मस्जिद पर बुलडोजर चलाने का दावा भ्रामक है। असल में गुजरात के सोमनाथ में अनधिकृत निर्माणों को हटाने के लिए अभियान चलाया गया था। नोटिस जारी करने के बावजूद कब्जाधारक सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं थे इसीलिए बुलडोजर चलाया गया।

3. मिर्जापुर में ठाकुरों द्वारा दलित किशोर की हत्या का दावा गलत है

सपा नेता मनोज यादव ने लिखा, ‘जिला मिर्जापुर ग्राम बजहा में वाल्मीकि समाज का लड़का बकरी चराने गया था। बकरी ठाकुर समाज के खेत में चली गई, ठाकुरों ने लड़के का गला काट कर खेत में गाढ़ दिया, बीजेपी के लोगो दोषियो को बचाने मे लगे है,@myogiadityanath जाति से ऊपर उठकर न्याय देने का काम करें।’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि दलित किशोर की हत्या ठाकुरों ने नहीं की है। किशोर की हत्या उसके पड़ोसी हिमांशु उपाध्याय ने की, पुलिस ने हिमांशु उपाध्याय के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।

4. बागपत में थूककर रोटी बनाने वाले आरोपी युवक का नाम नरेश नहीं, शहजाद है

सदफ अफरीन ने लिखा, ‘यूपी, बागपत। नरेश चिकन वाला थूक कर रोटी बना रहा है!देख लो रोटी में थूक कौन रहा है! बस बदनाम दूसरो को करते हो!

फैक्ट चेक: दावे की जांच में पता चला कि रोटी पर थूक लगाकर बनाने वाले व्यक्ति का नाम शहजाद है। नरेश होटल में शहजाद का पहला दिन था, जहां वह रोटी पर थूक लगाते हुए देखा गया। पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लेकर शहजाद को गिरफ्तार कर लिया है।

5. संभल में बलात्कार पीडिता की हत्या आरोपी युवक ने नहीं की थी

यूपी कांग्रेस ने लिखा, ‘सम्भल में एक रेप आरोपी ने जेल से छूटते ही रेप पीड़िता की गोली मारकर हत्या कर दी। प्रदेश में कानून व्यवस्था का अंतिम संस्कार हो चुका है। किसी भी अपराधी में कोई डर नहीं है। योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के नुमाइंदे सिर्फ विज्ञापनों में अपना चेहरा चमकाकर और अपने मुंह मिया मिट्ठू बनकर सरकार चला रहे हैं। पुलिस-प्रशासन को इन लोगों ने अपराधियों की सेवा और आम जनता को प्रताड़ित करने का काम दे दिया है। ऐसा कब तक चलता रहेगा? इस सवाल का जवाब देने वाला कोई नहीं।’

फैक्ट चेक: यूपी के संभल में रेप के आरोपी द्वारा पीड़‍िता की हत्या का दावा गलत है। दावे की पड़ताल में पता चला कि नाबालिग युवती का आरोपी रिंकू के साथ प्रेम प्रंसग था, वो उसके साथ भाग गई थी। इसके बाद रिंकू पर रेप का आरोप लगाया गया था। परिवार को शक था कि अदालत में बेटी इस बात से मुकर जाएगी कि रिंकू ने उसके साथ रेप किया था। परिवार की इज्जत खराब होने की वजह से बेटी की हत्या कर दी। 

Share