बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने 52 करोड़ में अहमदाबाद के हाटकेश्वर ब्रिज को तोड़ने का दावा, दिल्ली कोर्ट ने पुलिसकर्मी पर पिस्तौल तानने वाले शाहरुख को बरी किया, मेरठ में हेलीकॉप्टर चोरी, मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो और अमरोहा में स्कूल प्रिंसिपल के बीजेपी में शामिल होने के दावे को शामिल किया है।
1. 52 करोड़ में अहमदाबाद के हाटकेश्वर ब्रिज को तोड़ने का दावा भ्रामक है
आजतक की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि गुजरात के अहमदाबाद में 42 करोड़ रुपये की लागत से हाटकेश्वर ब्रिज बनाया गया लेकिन घटिया निर्माण सामग्री की वजह से अब इसे 52 करोड़ रुपये में तोडा जाएगा।
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि अहमदाबाद में 42 करोड़ रुपये की लागत से बने हाटकेश्वर ब्रिज को 52 करोड़ रुपये में तोड़ने का दावा भ्रामक है। असल में 52 करोड़ में इस पुल को गिराकर फिर से बनाया जाएगा। साथ ही, नए निर्माण का पूरा खर्च पुराने ठेकेदार से वसूला जाएगा।
2. दिल्ली कोर्ट ने पुलिसकर्मी पर पिस्तौल तानने वाले शाहरुख को बरी नहीं किया है
कविश अज़ीज़ ने लिखा, ‘फरवरी 2020 में दिल्ली में हुए दंगों के मामले में शाहरुख पठान समेत 10 लोगों को बरी कर दिया है। उस समय शाहरुख पठान की यह तस्वीर बहुत वायरल हुई थी।जांच में पाया गया था कि शाहरुख ने सिर्फ अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस पर बंदूक तानी थी। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ लगाए गए आरोप संदेह से परे साबित नहीं हुए हैं, ऐसे में इन्हें बरी किया जाता है। लंबी सुनवाई के बाद कड़कड़डूमा कोर्ट ने मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शानू, मोहम्मद शोएब उर्फ छुटवा, शाहरुख, राशिद उर्फ राजा, आजाद, अशरफ अली, परवेज, मोहम्मद फैसल, राशिद उर्फ मोनू और मोहम्मद ताहिर को दिल्ली दंगे से जुड़े मामले में बरी कर दिया।‘
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि दिल्ली पुलिस पर पिस्तौल तनाने वाले शाहरुख पठान के पिता का नाम साबिर अली है, उसके खिलाफ जाफराबाद थाने में एफआईआर नंबर 49 और 51 के तहत केस दर्ज है। वहीं हाल ही बरी हुए शाहरुख के पिता का नाम सलाउद्दीन है, उसके खिलाफ गोकुलपुरी थाने में एफआईआर नंबर 142/2020 के तहत केस दर्ज हुआ था। दोनों शाहरुख अलग-अलग हैं। पुलिसकर्मी पर बंदूक तनाने वाले शाहरुख को बरी नहीं किया गया है।
3. मेरठ में हेलीकॉप्टर चोरी होने का दावा गलत है
सपा नेता आईपी सिंह ने लिखा, ‘योगी आदित्यनाथ के राज में हेलीकॉप्टर तक चोरी हो जा रहे हैं।’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि उत्तर प्रदेश के मेरठ में हेलीकॉप्टर लूट का मामला फर्जी है। पायलट ने रुपयों के लेनदेन के विवाद में फर्जी लूट की कहानी रची थी।
4. बुजुर्ग को पीटने की घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है
करिश्मा अजीज़ ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘ये क़ायर जो भी है बहुत नींच और गिरा हुआ इंसान है, एक बुज़ुर्ग को कैसे पीट रहा है, उनका चश्मा तोड़ दिया, दाढ़ी टोपी दिखी नहीं की अंदर का शैतान जाग गया! ऐसे लोग अपने घर में अपने माँ बाप के साथ भी यही करते होंगे, वृद्धाआश्रम में ही पलते होंगे!’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि बुजुर्ग को पीटने की घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। यह वीडियो बांग्लादेश का है। जहां बीएनपी नेता फारूक मोल्ला के बेटे ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संघ के पूर्व कमांडर हारून को पीटा था।
5. अमरोहा में स्कूल प्रिंसिपल के बीजेपी में शामिल होने का दावा गलत है
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर लिखा, ‘यूपी के अमरोहा का वो वीडियो याद है जिसमें हिल्टन कॉन्वेंट स्कूल के प्रिंसिपल अवनीश शर्मा खुलेआम एक 7 साल के बच्चे पर मंदिर तोड़ने और हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा रहे थे? ताजा अपडेट ये है कि स्कूल के प्रिंसिपल ने अब आधिकारिक तौर पर बीजेपी जॉइन कर ली है। क्या ये खुद को और अपने स्कूल को बचाने के लिए है ताकि प्रशासन उनके और उनके स्कूल के खिलाफ कोई कार्रवाई न करे? वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई. जांच कमेटी ने माना है कि प्रिंसिपल ने छात्र और उसकी मां के साथ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया। लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से प्रिंसिपल या स्कूल या स्कूल के मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि अमरोहा के हिल्टन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल अवनीश शर्मा ने नहीं, प्रबन्धक अनुराग सैनी बीजेपी में शामिल हुए हैं।
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