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बीते सप्ताह वायरल पांच फर्जी दावों का फैक्ट चेक

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बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने कन्नौज में एम्बुलेंस न मिलने पर मरीज की मौत का दावा, यूपी में अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर एक्शन का वीडियो, सीएम कार्यालय में जनता दरबार न लगाने का दावा, यूपी में वकील द्वारा महिला को पीटने का वीडियो और इंटरपोल द्वारा केंद्रीय गृहमंत्री को वांटेड घोषित करने के दावे को शामिल किया है।

1. कन्नौज में एम्बुलेंस न मिलने पर मरीज की मौत का दावा भ्रामक है

यूपी कांग्रेस ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘कन्नौज में एक मरीज को उसके परिजन ठेले पर लादकर अस्पताल ले गए। क्योंकि, बाबा के सरकार की एम्बुलेंस यहां तक नहीं पहुंच पाई। अस्पताल पहुंचने पर इस मरीज ने दम तोड़ दिया। जबकि मरीज को कोई गंभीर बीमारी नहीं थी बल्कि उसे केवल बुखार था। बाबा की स्वास्थ्य व्यवस्था जाने कब स्ट्रेचर से उठ कर खड़ी होगी? क्योंकि इस दिशा में बाबा के सरकार की कोई कोशिश तो नज़र नहीं आती है। हां! मगर अस्पतालों से अपने हिस्सा लेने का होड़ अधिकारियों, विधायकों, मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री तक सबमें जरूर नज़र आता है।’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि कन्नौज में एम्बुलेंस न मिलने पर मरीज को ठेले पर अस्पताल ले जाने का दावा भ्रामक है। असल में परिजनों ने संकरी गली होने के नाते उन्होंने ऐंबुलेंस को कॉल ही नहीं किया और खुद ही ठेले पर अस्पताल के गए।

2. अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर एक्शन का यह वीडियो यूपी नहीं है

पायल गुप्ता ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए एक्स पर लिखा, ‘आप लोग ही बताएं क्या यूपी की टकला सरकार यह सब ठीक कर रही है?????’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर एक्शन का यह वीडियो यूपी नहीं, राजस्थान का है। उदयपुर में नगर निगम ने शहर के देहलीगेट से धोलीबावड़ी जाने वाली रोड के बीच आज नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण हटाया था। निगम की तरफ से विधिक प्रक्रिया पूरी करते हुए दुकानदार से स्वामित्व संबंधित दस्तावेज मांगे लेकिन वह प्रस्तुत नहीं कर पाया।

3. सीएम कार्यालय में जनता दरबार न लगाने का दावा गलत है

सूर्या समाजवादी ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘अगर योगी संविधान को मानते तो अपने मठ में जनता दरबार नहीं लगाते बल्कि सीएम कार्यालय में लगाते। मनुस्मृति को मानते है इसलिए अपने मठ में जनता दरबार लगाते है।‘

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर ही नियमित रूप से जनता दरबार लगाते हैं।

4. वकील द्वारा महिला को पीटने का वीडियो यूपी का नहीं है

कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने एक्स पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश का भाजपा राज्य’

फैक्ट चेक: कोर्ट में वकील द्वारा महिला को पीटने का वीडियो यूपी का नहीं है। यह वीडियो बिहार के कटिहार का है। जहां कोर्ट में सीनियर वकील और महिला के बीच गलती से टच करने को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद वकील ने महिला की पिटाई कर दी।

5. इंटरपोल द्वारा केंद्रीय गृहमंत्री को वांटेड घोषित करने का दावा गलत है

The Pakistan Telegraph ने एक्स पर लिखा, ‘विश्वसनीय सूत्रों ने बताया है कि भारतीय गृह मंत्री अमित शाह को हाल ही में इंटरपोल की वांछित सूची में शामिल किया गया है। कनाडा के उप विदेश मंत्री द्वारा उन पर कनाडाई सिख नागरिकों के खिलाफ हत्या अभियान को अधिकृत करने का आरोप लगाए जाने के बाद शाह मुश्किल में हैं।’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि वायरल ग्राफिक फर्जी है। इंटरपोल ने वांटेड घोषित करने का दावा झूठा है।

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