बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने भारत घूमने आई अमेरिकी महिला के साथ दुष्कर्म, कानपुर में दो साधुओं की हत्या, कानपुर में मुस्लिम युवक साहिल की हत्या, नवादा में दलितों के घरों में आग लगाने और टूटी सड़क से पानी रिसने का वायरल वीडियो को शामिल किया है।
1. भारत घूमने आई अमेरिकी महिला के साथ दुष्कर्म की घटना 11 साल पुरानी है
वाजिद खान ने एक्स पर इस खबर को शेयर करते हुए लिखा, ‘भारत घूमने आई एक अमेरिकी पर्यटक के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया!
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि यह घटना 11 साल पुरानी है। कोर्ट ने गैंगरेप के मामले के तीनों दोषियों को 20-20 साल कैद की सजा सुनाई थी। इसे हाल ही का बताकर भ्रामक रूप से शेयर किया जा रहा है।
2. कानपुर में दो साधुओं की हत्या का दावा गलत है
सपा नेता आईपी सिंह ने एक्स पर लिखा, ‘कानपुर में एक साधु और एक साध्वी की लाश मिली है। कानपुर के परमट चौराहे के पास संदिग्ध परिस्थितियों में दोनों शव मिले हैं। भेषभूषा से दोनों मृतक साधु संत लग रहे है। यूपी में साधु संतों तक का जीवन सुरक्षित नहीं रह गया है। यूपी में अराजकता का माहौल है।’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि कानपुर में दोनों साधुओं की मौत बेकाबू कार से कुचलने की वजह से हुई है। साधुओं की हत्या का दावा गलत है।
3. कानपुर में पीट पीटकर मारा गया साहिल मुस्लिम नहीं, हिन्दू है
अली सोहराब ने एक्स पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश: कानपुर में साहिल नामक मुस्लिम युवक की बीच सड़क पर डंडे से पीट-पीटकर हत्या, साहिल की बहन मुस्कान एक मुकदमे में गवाह थी, 24 सितंबर को गवाही होनी थी… विवेक, विक्रम और विनय धमकी दे रहे थे, कल ही साहिल और उसकी बहन मुस्कान ने पुलिस स्टेशन में शिकायत की और सुरक्षा की मांग की और आज इससे बौखलाए आरोपियों (विवेक, विक्रम, विनय आदि…) ने साहिल को उसके घर से बाहर निकालकर मार डाला…’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि मृतक साहिल मुस्लिम नहीं, हिंदू है। उसका पूरा नाम साहिल पासवान है।
4. नवादा में दलितों के घरों में आग लगाने के मामले में जातिगत एंगल नहीं है
तेजस्वी यादव ने लिखा, ‘महा जंगलराज! महा दानवराज! महा राक्षसराज! नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगायी आग। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, NDA के सहयोगी दल बेख़बर! गरीब जले, मरे-इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा’
फैक्ट चेक: जांच में पता चला कि नवादा में दलितों की बस्ती में आग लगाने के मामले में कोई जातिगत एंगल नहीं है। आरोपी और पीड़ित एक ही जाति वर्ग हैं।
5. टूटी सड़क से पानी रिसने का वायरल वीडियो भारत का नहीं है
कांग्रेस नेता सुरेन्द्र राजपूत ने एक्स पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, ‘जन्म दिवस पर सड़क फाड़ विकास की बधाई हो साहेब’
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि सड़क से पानी रिसने का वीडियो ग्वाटेमाला देश के विला नुएवा शहर का है। इसे भारत का बताकर भ्रामक रूप से शेयर किया जा रहा है।
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