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बीते सप्ताह वायरल पांच फर्जी दावों का फैक्ट चेक

बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने सांप्रदायिक तनाव में पत्थरबाजी का वायरल वीडियो, यूपी के झांसी में नाबालिग लड़की से गैंगरेप, गुजरात में जेसीबी के गड्ढे में गिरने का वायरल वीडियो, बांस की नाव से नदी पार करने का वीडियो और अयोध्या में रामपथ और भक्तिपथ से लाइट चोरी होने के दावे को शामिल किया है।

1. वायरल वीडियो सांप्रदायिक तनाव में पत्थरबाजी का नहीं है

ध्रुव राठी के पैरोडी अकाउंट ने लिखा, ‘किया कपड़े देख कर अब पत्थर बाजो की पहचान हो रही हैं.’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो किसी सांप्रदायिक घटना में हुई पत्थरबाजी का नहीं है। असल में यह वीडियो उत्तराखंड में मनाया जाने वाला बग्वाल उत्सव का है।

2. यूपी के झांसी में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का दावा झूठा है

सूर्य समाजवादी ने एक्स पर लिखा, ‘झांसी में सोनू पंडित और मोनू पंडित ने नाबालिक लड़की का चलती कार में गैंगरेप किया मांग में सिंदूर भरा, लड़की को बेहोशी की हालत में छोड़कर चले गए, लड़की को जान से मारने की धमकी उम्मीद है योगी जी इनका भी नाम सदन में पढ़ेंगे’

फैक्ट चेक: पडताल में पता चला कि कि झांसी में चलती कार में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का दावा झूठा है। लड़की के साथ गैंगरेप की कोई घटना नहीं घटी है। नाबालिग लड़की अपने बॉयफ्रेंड से शादी करने के लिए घर से भागी थी लेकिन बॉयफ्रेंड नहीं आया तो उसने पड़ोसी युवकों से पैसे वसूलने के लिए अपनी बुआ के साथ मिलकर गैंगरेप की कहानी बनाई।

3. जेसीबी के गड्ढे में गिरने का वायरल वीडियो गुजरात का नहीं है

रविंदर कपूर ने एक्स पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, ‘गुजरात मॉडल’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि सड़क धंसने का वायरल वीडियो गुजरात का नहीं है। असल में यह जयपुर का वीडियो है, जिसे भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

4. अयोध्या में रामपथ और भक्तिपथ से लाइट चोरी होने का दावा गलत है

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, ‘उप्र-अयोध्या में चोरों ने की क़ानून-व्यवस्था की बत्ती गुल। इसीलिए जनता तो पहले ही कह रही थी, बिन बिजली के खड़ा है खंभा। भाजपा सरकार, मतलब अंधेर नगरी सब तरफ़ अंधकार। अयोध्या कहे आज का। नहीं चाहिए भाजपा।’

फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि अयोध्या में लाइटें चोरी होने का दावा झूठा है। असल में कार्यदायी संस्था ने ज्यादा भुगतान लेने के लिए एफआईआर में लाइटों की संख्या 3800 लिखाई, जबकि सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, 2600 लाइटें ही लगवाई गई थीं।

5. बांस की नाव से नदी पार करने का वीडियो एक साल पुराना है

कांग्रेस नेता डॉ. अरुणेश यादव ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर कर लिखा, ‘इस वीडियो को ध्यान से देखिए और बताइए की दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था आखिर किसके लिए है??’

फैक्ट चेक: जाँच में पता चला कि बांस की नाव से नदी पार करने का यह वीडियो एक साल पुराना है।

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Tags: Congress Fact Check Fake News Misleading अयोध्या फैक्ट चेक फैक्ट चैक

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