बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने मस्जिद के सामने आपत्तिजनक नारों का वीडियो, बहराइच में दलित बच्चों के साथ मारपीट, अंडर-19 क्रिकेट टीम में बिना रन बनाये अरुण जेटली के पोते का सिलेक्शन और मेरठ में इमाम को गोली मारने की घटना को शामिल किया है।
1. मस्जिद के सामने आपत्तिजनक नारों का एडिटेड वीडियो 6 साल पुराना है
अंसार इमरान ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘आज के समय में मस्जिद के सामने भड़काओ नारे लगाना ही कुछ हिंदू चरमपंथियों के लिए हिंदुत्व की परिभाषा है! तेज आवाज में डीजे बजाते हुए मस्जिद के सामने नाचना और हुड़दंग प्रशासन के संरक्षण में बेहद समान्य बात हो चुकी है। बाकि प्रशासन 100% निष्पक्ष है!’
आज के समय में मस्जिद के सामने भड़काओ नारे लगाना ही कुछ हिंदू चरमपंथियों के लिए हिंदुत्व की परिभाषा है!
— Ansar Imran SR (@ansarimransr) October 11, 2024
तेज आवाज में डीजे बजाते हुए मस्जिद के सामने नाचना और हुड़दंग प्रशासन के संरक्षण में बेहद समान्य बात हो चुकी है।
बाकि प्रशासन 100% निष्पक्ष है! pic.twitter.com/v0pteXKTPn
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि रामनवमी शोभायात्रा के इस वीडियो में आपत्तिजनक नारें नही हैं। आपत्तिजनक नारों को शोभायात्रा के वीडियो में एडिट कर जोड़ा गया है।
2. बहराइच में दलित बच्चों के साथ मारपीट की घटना में आरोपी मुस्लिम समुदाय से हैं
अमिता अम्बेडकर ने एक्स पर लिखा, ‘दाल से सस्ता दलित है भारत देश में, आजादी का महोत्सव तो ऊंची जाति वालो के लिए है दलितों के लिए थोड़े न है। बहराइच में दलित बच्चों को बेरहमी पीटा, सिर पर लिखा-चोर, मुंह में कालिख पोती, सिर मुंडवाकर पूरे गांव में घुमाया। इन सब के पीछे कोई बड़ी वजह नहीं थी सिर्फ शक था कि दलितों के बच्चों ने गेहूं चोरी किया है।‘
दाल से सस्ता दलित है भारत देश में, आजादी का महोत्सव तो ऊंची जाति वालो के लिए है दलितों के लिए थोड़े न है।
— Amita Ambedkar (@amita_ambedkar) October 10, 2024
बहराइच में दलित बच्चों को बेरहमी पीटा, सिर पर लिखा-चोर, मुंह में कालिख पोती, सिर मुंडवाकर पूरे गांव में घुमाया।
इन सब के पीछे कोई बड़ी वजह नहीं थी सिर्फ शक था कि दलितों के… pic.twitter.com/S6zhiZeDAB
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि बहराइच में चोरी के संदेह में तीन दलित बच्चों को पीटने वाले आरोपी मुस्लिम समुदाय से हैं। आरोपिओं के नाम संचालक नाजिम, कासिम, शानू और इनायत है।
3. अंडर-19 टीम क्रिकेट प्लेयर वंश जेटली बीजेपी नेता अरुण जेटली का पोता नहीं है
अनिरुद्ध सिंह विद्रोही ने एक्स पर लिखा, ‘द्रोणाचार्य ने फिर एकलव्य का अंगूठा काट लिया. दिल्ली में अंडर-19 क्रिकेट टीम का सिलेक्शन कई ट्रायल मैचों के बाद हुआ। 4 ट्रायल मैचों में वंश जेटली ( अरुण जेटली जी के पोते ) ने 83 रन बनाए और वह सेलेक्ट हो गया।उन्हीं 4 ट्रायल मैचों में मधुर यादव ने 503 रन बनाए और मधुर यादव को टीम में सेलेक्ट नहिं किया गया।’
द्रोणाचार्य ने फिर एकलव्य का अंगूठा काट लिया
— Aniruddh Singh Vidrohi (@MandalArmyCheif) October 6, 2024
दिल्ली में अंडर-19 क्रिकेट टीम का सिलेक्शन कई ट्रायल मैचों के बाद हुआ।
4 ट्रायल मैचों में वंश जेटली ( अरुण जेटली जी के पोते ) ने 83 रन बनाए और वह सेलेक्ट हो गया।
उन्हीं 4 ट्रायल मैचों में मधुर यादव ने 503 रन बनाए और मधुर यादव को… pic.twitter.com/DMJiwDX7CV
फैक्ट चेक: पड़ताल में हमे पता चला कि वंश जेटली, अरुण जेटली का पोता नहीं है। वंश का जन्म अरुण जेटली की बेटी और बेटा की शादी से पहले का है।
4. पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी का विरोध करने पर मुस्लिम युवक को पीटने का दावा गलत है
कविश अज़ीज़ ने लिखा, ‘गाजियाबाद में एक मुस्लिम लड़का स्कूल से अपनी बहन के साथ घर लौट रहा था । रास्ते मे लड़के को बेरहमी से पीटा गया। और ये सिर्फ इसलिये हुआ कि लड़के ने पैगंबर मोहम्मद के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों का विरोध किया था।’
गाजियाबाद में एक मुस्लिम लड़का स्कूल से अपनी बहन के साथ घर लौट रहा था । रास्ते मे लड़के को बेरहमी से पीटा गया।
— kavish aziz (@Kavishlive) October 9, 2024
और ये सिर्फ इसलिये हुआ कि लड़के ने पैगंबर मोहम्मद के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों का विरोध किया था । https://t.co/4bn4LvcXYc
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी का विरोध करने पर मुस्लिम युवक को पीटने का दावा गलत है। असल में मुस्लिम लड़का अरमान ने लड़की को जबरदस्ती होटल ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया, जिसके बाद लड़की के परिजनों ने लड़के को पकड़कर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया।
5. मेरठ में इमाम को गोली मारने की घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है
हमद ने लिखा. ‘यह हिंदुत्व आतंकवाद का स्पष्ट मामला लगता है। @meerutpolice क्या कार्रवाई कर रही है? कोई एफआईआर या जांच शुरू हुई है? क्या अवैध हथियार को उंगलियों के निशान सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षित रूप से जब्त कर लिया गया है?’
It looks like a clear case of Hindutva Terrorism. What action @meerutpolice is taking? Any FIR or investigation started? Has the illegal weapon been safely confiscated to preserve the finger prints? https://t.co/WIU4RumUo6
— X حمد الأيرلندي (@HAMAD_ALBARTANI) October 6, 2024
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि मेरठ में इमाम को गोली मारने की घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। असल में इमाम को सरताज नाम के व्यक्ति ने गोली मारी थी। आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय से हैं।