नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले चार वर्षों में 25 वन्दे भारत ट्रेन लॉच करके एक नया कृतिमान रच दिया है, जबकि 1988 में कांग्रेस सरकार द्वारा लाई गई शताब्दी एक्सप्रेस फिलहाल केवल 21 लाईनों पर दौड़ती हैं। आज यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के चाटुकार रात दिन वंदे भारत ट्रेन में खामियां निकालने की निरंतर प्रयत्न करते रहते हैं। इसी क्रम में ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया जा रहा है जिसमें एक ट्रेन की चैर कार बोगी की कुछ सीटें खराब है। वीडियो साझा करने वालों का दावा है कि यह ट्रेन वंदे भारत है।
भारत विरोधी ट्विटर यूजर ने वंदे भारत ट्रेन पर तंज कसते हुए लिखा, “ वंदे भारत ट्रेन की आरामदायक सफर। अगर आप नहीं सीट पर नहीं भी झुकते हो तभी भी सीट अपने आप झुक जाता है।”
राणा नामक यूजर ने व्यंग्यपूर्ण लिखा, “ अगर आपको आराम से सफर करना है तो अपना पैसा खर्च करिए और वंदेभारत में सफर करें।”
इनके अलावा बाबा मचुवैरा नामक यूजर ने लिखा, “वंदे भारत का सुहाना सफर।” “ मोदी द्वारा उद्घाटन किया गया है।”
इसमें कोई दोराय नहीं है कि आजकल विपक्षी विचारधारा की जमात भारतीय रेलवे की उड़ान के खिलाफ भ्रांतियां फैलाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है। यही कारण है कि हम वंदे भारत के नाम पर वायरल किए जाने वाली इस वीडियो का फैक्ट चेक करेंगे।
इस वीडियो की पड़ताल हमने वीडियो को ध्यापूर्वक सुनकर किया। वीडियो के 28 से 32 सेकंड के बीच में वीडियो बनाने वाला कह रहा है कि यह ट्रेन “ बनारस लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस है। हम वंदे भारत ट्रेन की सराहना करते है लेकिन इस ट्रेन की हालात देखिए!”
यह संकेत मिलते ही हमने लखनऊ और वाराणसी लाईन पर चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के बारे में जानकारी प्राप्त किया। वाराणसी लखनऊ इंटरसिटी का समय शाम 4.20 से रात 10.05 है।
गौर करने वाली बात यह है कि वाराणसी से लखनऊ के बीच फिलहाल एक भी वंदे भारत ट्रेन नहीं चलती हैं।
हम अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए वंदे भारत और इंटरसिटी एक्सप्रेस के अंदर का यानी इंटरियर का फोटो साझा करेंगे।
पहली तस्वीर इंटरसिटी एक्सप्रेस और शताब्दी के अंदर का है तो वहीं दूसरी तस्वीर वंदे भारत के अभ्यंतर का है। अगर आप वायरल वीडियो और इंटरसिटी/ शताब्दी एक्सप्रेस की तस्वीर देखेंगे तो आपको ज्ञात होगा कि वीडियो में ट्रेन वंदे भारत नहीं है।
हालांकि हमने अपनी पड़ताल को पुख्ता करने के लिए वंदे भारत ट्रेन की इंटरियोर का एक वीडियो साझा किया है।
भारत विरोधी तत्वों द्वारा किए जा रहें दावे को खंडित करने के लिए लिए हमारे पास दो मुख्य आधार है। पहला यह कि वीडियो बनाने वाला व्यक्ति ने खुद अपने कह रहा है कि यह ट्रेन बनारस लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस है। और दूसरा यह कि ऊपर साझा किया गया वंदे भारत का वीडियो यह साबित करने के लिए काफी है कि वंदे भारत, वायरल वीडियो में दिख रही ट्रेन से बिल्कुल अलग है।
अतः ट्विटर यूजर्स द्वारा साझा वीडियो में दिख रहीं ट्रेन एक आम इंटरसिटी एक्सप्रेस है नाकि आधुनिक सिस्टम से लैस वंदे भारत ट्रेन।
दावा | ट्विटर यूजर्स ने खराब चेयर कार वाली ट्रेन का वीडियो साझा कर दावा किया कि यह ट्रेन वंदे भारत है। |
दावेदार | ट्विटर यूजर्स |
फैक्ट चेक | फर्जी |
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