अन्य

इजरायल के सैनिकों को नुकसान की वजह से सांसदों के रोने का दावा गलत है

इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। दोनों तरफ से अबतक हजारों लोगों ने अपना जान गंवा चुके हैं लेकिन अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रयासों के बावजूद भी संघर्ष रुक नहीं रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कुछ लोगों को रोते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि युद्ध में इजरायल को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, जिस वजह से इजरायली नेसेट सदस्यों ने रोते हुए अपनी बैठक छोड़ दी। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।

प्रोपोगेंडा पत्रकार अली सोहरब ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘हमास के खिलाफ इजरायल की अब तक हुई “भारी हताहतों” के कारण कई इजरायली नेसेट सदस्यों ने रोते हुए अपनी बैठक छोड़ दी।’ 

अमरेश मिश्रा ने इसे और बढ़ा चढ़कर दिखाने के लिए दो और वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, ‘#IsraelPalestineWar के ताजा हालात: #Gaza मे कई #Israeli सैनिक हताहत हुए। खबर सुन कर इजराइली सांसद रोये (1 video). #Hamas लड़ाके, सुरंग से निकल कर, टैंको को ध्वस्त कर रहे हैं (2 video). फिर ऊपर से explosives डाल कर, एक पूरी @IDF टुकड़ी साफ कर दी गयी (3 video)!’

कट्टरपंथी मोहम्मद महफूज़ आलम ने लिखा, ‘फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायल को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इजरायली संसदीय समिति से निकलते वक्त वह रो भी पड़े।’

वहीं एक्स पर खुद को AIMIM का समर्थक बताने वाले इमरान खान ने लिखा, ‘फिलिस्तीन व आतंकी इजराइल की लड़ाई में इजरायल को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है तभी तो इजरायली संसदीय समिति से निकलते वक्त इजराइली रो रहे हैं?’ 

इसे भी पढ़िए: हमास द्वारा इजरायल के 300 सैनिकों को मारने का दावा गलत है

फैक्ट चेक

पड़ताल के लिए हमने वीडियो के की फ्रेम को गूगल लेंस पर सर्च किया। इस दौरान वायरल वीडियो का लंबा वर्जन हमें नताशा राक्वेल नाम की पत्रकार के इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला।  1 नवंबर को अपलोड किये गए इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है, ‘आज नेसेट के 56 सदस्यों को 46 मिनट की एक फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किया गया था जिसमें 7 अक्टूबर को हमास नरसंहार के दौरान हुई भयानक चीजें दिखाई गई थीं। वीडियो को आईडीएफ द्वारा मुख्य रूप से हमास गो प्रो और कैमरा फुटेज का उपयोग करके संकलित किया गया था। यह वीडियो पिछले हफ्ते पत्रकारों को दिखाया गया था. परिवारों के सम्मान में इसे जनता के लिए जारी नहीं किया गया है।’

वहीं एक्स पर यह वीडियो हमें माइकल डिस्कसन नाम के यूजर के अकाउंट पर भी मिला। उन्होंने बताया कि ‘नेसेट – इज़राइल की संसद – के सदस्यों को आईडीएफ द्वारा तैयार की गई एक फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किया गया था, जिसमें 7 अक्टूबर के हमास नरसंहार के दौरान हुई भयानक चीजें दिखाई गई थीं। उनमें से कई अंत तक नहीं पहुंच सके। वे आंसुओं और सदमे में चले गए।’ 

इसके बाद मिली जानकारी की सहायता से हमने कुछ किवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान THE TIMES OF ISRAEL की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक नेसेट स्पीकर अमीर ओहाना ने 7 अक्टूबर को इजरायल में हमास आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक हमलों के फुटेज जारी किए। यह फुटेज हमास के आतंकियों के बॉडी कैम से रिकॉर्ड की गई है। यह वीडियो इतने दर्दनाक थे कि कई सांसद स्क्रीनिंग हाल से रोते हुए बहार निकले। अमीर ओहाना ने स्क्रीनिंग से पहले कहा कि उन्होंने इस कार्यक्रम की व्यवस्था इसलिए की थी ताकि हम सभी जान सकें कि हम किसके खिलाफ लड़ रहे हैं और इस बुराई के खिलाफ इस युद्ध में हमारा रास्ता कितना उचित है।’ 

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि इजरायली सेना को नुकसान की वजह से सांसदों के रोने और मीटिंग छोड़कर जाने का दावा गलत है।

दावाइजरायली सेना को हुए नुकसान की वजह से सांसदों के रोते हुए छोड़ी मीटिंग
दावेदारअली सोहरब, अमरेश मिश्रा, मोहम्मद महफूज़ आलम और इमरान खान
फैक्ट चेकभ्रामक
Share
Tags: Fact Check Fake News Israel Palestine War Misleading इजरायल इजरायली इजरायली सांसद

This website uses cookies.