इजरायल-हमास संघर्ष के बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है, इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इजरायल में लाखों लोग सड़क पर उतर गए हैं और पीएम नेतन्याहू को युद्ध का जिम्मेदार बता रहे हैं। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
इतिहासकार अशोक कुमार पांडे ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘यहां भारत में चरणचम्पक नेतनयाहू की चरणवंदना कर रहे हैं और इजरायल की यहूदी जनता कह रही है – नेतन्याहू हत्यारा है। उसने यह संकट पैदा किया है।’
निगर प्रवीन नाम की यूजर ने लिखा, ‘इजरायल में लाखों लोग सड़क पर उतरे हैं। अपने प्रधानमंत्री नेतन्याहु को हत्यारा बोल रहे हैं, इस युद्ध का जिम्मेदार बता रहे हैं। जितने गोदी चरणचुंबक इजरायल गए हैं वो आपको ये खबर कभी नहीं दिखाएंगे, क्यों’
फेक न्यूज़ पेडलर सदफ आफरीन ने लिखा, ‘इजरायल के लोगों ने ‘नेतन्याहू एक हत्यारा है’ के नारे लगाए। इजराइल के लोग अपनी ही सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।’
विनोद कापड़ी ने लिखा, ‘ये होता है मीडिया और ये होती है लोगों की ताक़त! नेत्याहु के खिलाफ इजरायल के लाखों लोग सड़कों पर उतर गए हैं , इजरायल का मीडिया पूरी ख़बर दिखा रहा है। प्रदर्शनकारी बेंजमिन ( bibi) नेतन्याहू को MURDERER बता रहे हैं और उनके इस्तीफ़े की माँग कर रहे हैं। #Gaza_Genocide के बाद भी #NetanjahuWarCriminal को इजरायल के लोग माफ़ करने को तैयार नहीं हैं। ये बात अलग है कि भारत के नफरतियों का नया भगवान यही आदमी है।’
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इस दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के शुरुवाती हिस्से के कि फ्रेम को गूगल लेंस पर सर्च किया। इस दौरान यह वीडियो हमें The Telegraph के यूट्यूब चैनल पर मिली, जोकि सात महीने पुरानी है। वीडियो का टाइटल है, “नेतन्याहू के प्रस्ताव के ख़िलाफ देश में अब तक का ‘सबसे बड़ा’ विरोध प्रदर्शन”
इस प्रदर्शन के बारे में और जनाने के लिए हमनें कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 12 मार्च 2023 को छपी BBC की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘इसराइली सरकार ने देश की न्याय व्यवस्था में बड़े बदलावों की योजना का प्रस्ताव दिया है जिसके बाद बीते दस सप्ताह से देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि सरकार के प्रस्तावित बदलावों से देश में लोकतंत्र कमज़ोर होगा। लेकिन बिन्यामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली सरकार का कहना है कि मतदाताओं के लिहाज़ से ये बेहतर होगा।’
वहीं वायरल वीडियो का दूसरा हिस्सा (जिसमें एंकर ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रहा है) हमें यूट्यूब पर ABC News नाम के चैनल पर मिला। यह वीडियो 14 अक्टूबर 2023 की ही है। रिपोर्ट में के मुताबिक हमास द्वारा बंधक बनाये गए लोगों को घर लाने के लिए इजराइल के सैकड़ों लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि दो वीडियो को आपस में जोड़कर इस मामले को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। पहला वीडियो सात महीने पुराना है। वहीं दूसरे वीडियो में हमास द्वारा किडनैप किए गए नागरिकों को वापस लाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है।
दावा | बड़ी संख्या में इजरायल के लोगों ने नेतन्याहू के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन |
दावेदार | अशोक कुमार पांडे, सदफ आफरीन, निगर प्रवीन और विनोद कापड़ी |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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