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महिला की पिटाई का वीडियो को जातिगत उत्पीड़न बताकर किया भ्रामक दावा

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एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला को कई पुरुष मिलकर डंडे से पिटाई कर रहे हैं। वीडियो को इंडियन मुस्लिम नामक ट्विटर यूजर ने शेयर कर इसे आदिवासियों के खिलाफ उत्पीड़न की घटना करार दी।

स्त्रोत : ट्विटर

इसके अलावा वीडियो को जान जार्ज और कांग्रेस समर्थक शहनाज ने भी शेयर किया और दलित उत्पीड़न बताया।

https://twitter.com/WeThePeople3009/status/1620425464157462528?t=QRzHr919xIbK1QsJwtLPVw&s=19

हमारी टीम कई दावों की पड़ताल कर चुकी है। इस बार भी हमनें पड़ताल की जिसमें सच्चाई इतर निकली।

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Fact Check

पड़ताल के लिए सबसे पहले हमनें वायरल वीडियो के की फ्रेम को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें सैय्यद जफर नामक यूजर का 4 जुलाई 2021 को किया गया ट्वीट मिला।

इस ट्वीट में उन्होंने महिला की पिटाई का वीडियो शेयर कर बताया था कि मध्यप्रदेश के धार जिले में महिला की बर्बर पिटाई की गई और गांव में घुमाया गया।

जफर ने कैप्शन में लिखा था, “धार जिले में समाज का क्रूर चेहरा सामने आया है। दो युवतियों को उनके परिवार वालों ने लाठी-डंडे से पीटते हुए गांव में घुमाया। दोनों का कसूर सिर्फ इतना था कि वे मोबाइल पर अपने मामा के लड़कों से बातें करती थीं। युवतियां खुद को बचाने के लिए गुहार लगाती रहीं, लेकिन लोग वीडियो बना रहे थे।”

इसी को संकेत लेते हुए हमनें इंटरनेट पर धार महिला पिटाई जैसे कीवर्ड्स सर्च किए। इससे हमें टाइम्स नाउ की 4 जुलाई 2021 की एक रिपोर्ट मिली। इसके अनुसार, मध्य प्रदेश के धार जिले में मामा के बेटों से फोन पर बात करने पर आदिवासी समुदाय की दो बहनों को उनके परिवार वालों ने बेरहमी से पीटा। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर सात लोगों को गिरफ्तार किया है।

आगे बताया गया कि महिला ने थाने में दर्ज कराए अपने बयान में कहा था कि उनके चचेरे भाई और परिवार के अन्य सदस्यों ने मारपीट करने से पहले उन्हें गांव के एक स्कूल के पास रोका था।

स्त्रोत : टाइम्स नाउ

इसके अलावा भी इंडिया टुडे, नवभारत टाइम्स समेत कई मीडिया चैनलों की रिपोर्ट्स में घटना को कवर किया गया था। लेकिन उसमें दूसरे समुदाय का जिक्र नहीं मिला।

इन तमाम बिंदुओं के विश्लेषण से स्पष्ट है कि पूरी घटना एक पारिवारिक मामला था। इसके अलावा, लड़की को उसके ही परिवार के सदस्यों द्वारा बेरहमी से पीटा गया था, न कि हिंदू चरमपंथियों द्वारा।”

Claimएक आदिवासी महिला को हिंदू चरमपंथियों ने पीटा
Claimed byसोशल मीडिया यूजर्स
Fact Checkदावा भ्रामक है

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