पीएम मोदी के राजमहल का बताकर शेयर किया गया यह वीडियो AI जनरेटेड है
दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। वैसे-वैसे आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला तेज होता जा रहा है। एक ओर बीजेपी दिल्ली सीएम आवास को ‘शीशमहल’ कह रही है और दूसरी ओर आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री आवास को ‘राजमहल’ कह रही है। दिल्ली की राजनीति ‘शीशमहल’ बनाम ‘राजमहल’ की हो गयी है। भाजपा ने हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास का एक वीडियो जारी किया। वीडियो में भाजपा ने आवास के अंदर की सुख-सुविधाओं को दिखाते हुए इसे ‘शीश महल’ बताया है। इसके जवाब में अब आम आदमी पार्टी ने एक्स पर एक आलीशान बंगले का वीडियो शेयर कर इसे पीएम मोदी का ‘राजमहल’ बताया। हालांकि पड़ताल में यह वीडियो एआई जनरेटेड निकला।
आम आदमी पार्टी के आधिकारिक एक्स हैंडल ने इस वीडियो को शेयर के लिखा, ‘Big Breaking राजमहल का Video पहली बार आया जनता के सामने। क्या इसलिए ही राजमहल के दरवाज़े जनता के लिए नहीं खोले जाते?’
आप नेता आदिल अहमद खान ने लिखा, ‘Big Breaking राजमहल का Video पहली बार आया जनता के सामने। क्या इसलिए ही राजमहल के दरवाज़े जनता के लिए नहीं खोले जाते?’
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पड़ताल में हमने हाइव मॉडरेशन टूल की मदद से वायरल वीडियो की जांच की। इस दौरान यह वीडियो AI जनरेटेड पाया गया।
पड़ताल में आगे हमें 16 जनवरी को इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर चुनाव प्रचार के लिए AI कंटेंट का उपयोग करने को लेकर चुनाव आयोग के दिशा निर्देश मिले। चुनाव आयोग ने सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त दलों को निर्देश दिया है कि वे अपने प्रचार में उपयोग की जाने वाली किसी भी सिंथेटिक या AI-जनित सामग्री को स्पष्ट रूप से लेबल करें। आयोग का मानना है कि AI का बढ़ता उपयोग, खासकर डीपफेक जैसी तकनीक, मतदाताओं को भ्रमित कर सकता है और उनके निर्णयों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि आम आदमी पार्टी ने नियम के विरूद्ध बिना किसी लेबल के AI जनरेटेड वीडियो को पीएम मोदी का राजमहल बताकर प्रचारित किया है।
दावा | राजमहल का वीडियो पहली बार आया जनता के सामने। |
दावेदार | आम आदमी पार्टी |
निष्कर्ष | पीएम मोदी के राजमहल का बताकर शेयर किया गया यह वीडियो AI जनरेटेड है। इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है। |
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