भाजपा समर्थकों द्वारा मस्जिद पर पत्थर फेंकने का दावा गलत है

0
296

सोशल मीडिया पर भीड़ द्वारा पत्थरबाजी का एक वीडियो वायरल है। इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कुरनूल जिले के कैरुपुला गांव में भाजपा समर्थकों ने एक मस्जिद पर पथराव किया। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत निकला।

कविता यादव ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘AP: कुरनूल ज़िला के कैरुपुला गांव में भाजपा समर्थक एक पुरानी मस्जिद पर पत्थर फैंक रहे हैं। यह है मोदी का नया भारत? यदि अब भी आंखें न खोली तो ये आदमी भारत को पत्थरों और गुफाओं के युग में वापस ले जायेगा’

ग्रंथ कुमार ने लिखा, ‘AP: कुरनूल ज़िला के कैरुपुला गांव में भाजपा समर्थक एक पुरानी मस्जिद पर पत्थर फैंक रहे हैं। यह है मोदी का नया भारत? यदि अब भी आंखें न खोली तो ये आदमी भारत को पत्थरों और गुफाओं के युग में वापस ले जायेगा’

राजा मीना ने लिखा, ‘AP: कुरनूल ज़िला के कैरुपुला गांव में भाजपा समर्थक एक पुरानी मस्जिद पर पत्थर फैंक रहे हैं। यह है मोदी का नया भारत? यदि अब भी आंखें न खोली तो ये आदमी भारत को पत्थरों और गुफाओं के युग में वापस ले जायेगा’

शाहनूर अंसारी ने लिखा, ‘AP: कुरनूल ज़िला के कैरुपुला गांव में भाजपा समर्थक एक पुरानी मस्जिद पर पत्थर फैंक रहे हैं। यह है मोदी का नया भारत? यदि अब भी आंखें न खोली तो ये आदमी भारत को पत्थरों और गुफाओं के युग में वापस ले जायेगा’

यह भी पढ़ें: अमित शाह ने एससी-एसटी, ओबीसी आरक्षण खत्म करने की बात नहीं की, कांग्रेस ने शेयर किया एडिटेड वीडियो

फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल के लिए हमने वायरल वीडियो के की-फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च किया। सर्च करने पर यह वीडियो हमें 11 अप्रैल 2024 को manaadoni नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट मिला। कैप्शन में लिखा है, ‘कैरुप्पुला गांव में उगादी उत्सव के अवसर पर, श्री कालिका वीरभद्र स्वामी का नुग्गुलता समारम (पिडाकाला समारम) मनाया गया।’

मिली जानकारी से पिडाकाला समारम के बारे में गूगल सर्च करने पर हमें पता चला कि आंध्र प्रदेश के कुरनूल राज्य में स्थित कैरुपाला (Kairuppala, Kurnool) नाम का एक गांव है। इस गांव में हिन्दू नववर्ष के मौके पर उगादी नाम का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन गांव वाले अपने आप दो गुटों में बांट लेते हैं और फिर टीम बनाकर एक दूसरे पर गाय का गोबर फेंकते हैं। ये लड़ाई की तरह होता है और वो गोबर को हथियार की तरह इस्तेमाल कर एक दूसरे पर फेंकते हैं। इस लड़ाई को पिडाकाला समाराम या पिडाकाला वॉर कहते हैं।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि भाजपा समर्थकों द्वारा मस्जिद पर पत्थर फेंकने का दावा गलत है। दरअसल यह वीडियो आंध्र प्रदेश के कुरनूल में हिन्दू नववर्ष के मौके पर मनाये जाने वाले उगादी नाम के त्योहार का है।