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मुख्यधारा मीडिया ने फैलाई भ्रामक खबर; नहीं चोरी हुआ नीरज चोपड़ा की मूर्ति से भाला

आज वर्तमान समय में खबर मन में चिंतन पैदा करने की जगह सोशल मीडिया पर सनसनी फैलाने की मकसद से प्रकशित किया जा रहा है। क्लिकबेट खबरों की होड़ में मुख्यधारा मीडिया भी भ्रामक खबर फैलाने से पहले एक बार भी नहीं सोचता। मेरठ में नीरज चोपड़ा की मूर्ति की भाला चोरी होने की खबर भी कुछ ऐसी ही है।

जनसत्ता ने  लिखा, “मेरठ में लगा था नीरज चोपड़ा का स्टैच्यू, भाला ही उड़ा ले गए चोर; मजे ले रहा सोशल मीडिया”

Source- Jansatta

वामपंथी चैनल लल्लनटॉप ने लिखा, “ओलंपियन नीरज चोपड़ा के स्टैच्यू के साथ जो हुआ, देख हर कोई भौचक्का रह गया!”

Source- Lallantop

लेटेस्ट ली नामक न्यूज़ पोर्टल ने लिखा, “विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा के स्टैच्यू से गायब हुआ भाला, मेरठ के हापुड़ अड्डा चौक से वायरल हुआ वीडियो”

Source- Latest li

दैनिक भास्कर ने लिखा, “ इंटरनेशनल एथलीट नीरज चोपड़ा के स्टेच्यू से भाला चोरी:बेखौफ चोरों को CCTV का भी डर नहीं, शहर के मुख्य चौराहे पर लगी है प्रतिमा”

Source- Dainik Bhaskar

जी न्यूज ने लिखा, “ विश्व चैंपियन `नीरज चोपड़ा` का भाला हुआ चोरी, यूपी के इस शहर में बीच बाजार हुई ये वारदात”

Source- Zee news

मुख्यधारा मीडिया के अलवा यह खबर ट्विटर पर भी खूब सुर्खियां बटोर रही है।

इस्लामिस्ट चरमपंथियों द्वारा संचालित alt News का एक पत्रकार अभिषेक ने लिखा, “ उत्तर प्रदेश के मेरठ में वर्ल्ड जैवलिन चैंपियन नीरज चोपड़ा की मूर्ति से भाला चोरी। मेरठ पुलिस जांच में जुटी।”

ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सच में उत्तरप्रदेश मेरठ में पुलिस पेट्रोलिंग के बाद भी चौराहे से ओलंपियन नीरज चोपड़ा के मूर्ति से भाला चोरी हो गया? चलिए देखते हैं!

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फैक्ट चेक

चुकी इस खबर की सनसनी मुख्यधारा मीडिया द्वारा फैलाई गई है तो इस परिस्थिति में हम मेरठ पुलिस की ओर रुख किए।

ट्विटर पर मेरठ पुलिस ने इस खबर का खंडन किया है। इस खबर को भ्रामक बताते हुए वायरल करने से रोका है।

मेरठ पुलिस का कहना है कि, “एमडीए से वार्ता करने पर पता चला कि 2 माह पूर्व उनके द्वारा स्वयं जो नकली भाला लगा था उसको व्यापार बंधुओं के सुझाव के आधार पर बदल कर असली भाला लगाया गया है। जो वर्तमान में भी लगा है। आपको सचेत किया जाता है कि बिना पुष्टि किए भ्रामक खबरे ना लगाए। अन्यथा विधिक कार्यवाही करने हेतु प्रक्रिया शुरू की जाएगी।”

इसके अलावा हमें मेरठ पुलिस का एक साक्षात्कार मिला है। जिसमें मेरठ पुलिस के अधिकारी कह रहें है कि, “ मेरठ डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी एमडीए ने  पहले प्लास्टिक का भाला लगाया था, लेकिन एमडीए के अधिकारियों को ऐतराज हुआ था नकली प्लास्टिक के भाले को हटाकर असली भाला लगा दिया गया है। यह भाला आज से दो महीने पहले ही लग चुका है।”

यानी यह पूरा मामला उत्तरप्रदेश सरकार की छवि को धूमिल करने की साज़िश की कारण हुआ था। पुलिस के बयानों और कथन के आधार पर यह सिद्ध होता है कि मेरठ चौक से नीरज चोपड़ा की मूर्ति से भाला चोरी नहीं हुआ है। मुख्यधारा मीडिया सनसनी फैलाने के उद्देश्य से इस क्लिकबेट खबर को वायरल किया जो निंदनीय है।

दावा
मुख्यधारा मीडिया ने दावा किया कि मेरठ चौक से नीरज चोपड़ा की मूर्ति से भाला चोरी हो गया है
दावेदारजनसत्ता, जी न्यूज़, दैनिक भास्कर, लल्लन टॉप एवं अन्य
फैक्ट चेकभ्रामक

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Tags: BJP government Misleading Uttar Pradesh फैक्ट चैक

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