‘मोदी ने 25 लोगों को अरबपति बनाया, हम करोड़ों लखपति बनाएंगे’, राहुल गाँधी के दावे में कितनी सच्चाई?

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भ्रामक

2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए, कांग्रेस पार्टी ने कुछ दिन पहले अपना मेनिफेस्टो जनता के सामने प्रस्तुत किया है। उनका दावा है कि यह मेनिफेस्टो एक क्रांतिकारी कदम है क्योंकि उनकी सरकार बनने पर हर महीने शिक्षित नौजवानों और गरीब महिलाओं के बैंक खातों में 8500 रुपये यानी सालाना एक लाख रुपये जमा होंगे। इसके अतिरिक्त कांग्रेस पार्टी ने देशभर में किसके पास कितना धन है यह जानने के लिए एक सर्वेक्षण और जाति जनगणना कराने का वादा किया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी हर चुनावी रैली में अपनी पार्टी के मेनिफेस्टो से जनता को रिझाने का प्रयत्न कर रहें हैं। हाल ही में राहुल गांधी ने X पर अपना भाषण का वीडियो साझा कर लिखा, ‘नरेंद्र मोदी ने 25 लोगों को अरबपति बनाया – हम हिंदुस्तान में करोड़ों लखपति बनाएंगे। साल के 1 लाख रू, महीने के 8,500 सीधा गरीब महिलाओं और शिक्षित युवाओं के खातों में – ठकाठक, ठकाठक!‘

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी राहुल गांधी के भाषण को शेयर करते हुए लिखा, ‘नरेंद्र मोदी ने 25 लोगों को अरबपति बनाया – हम हिंदुस्तान में करोड़ों लखपति बनाएंगे। साल के 1 लाख रू, महीने के 8,500 सीधा गरीब महिलाओं और शिक्षित युवाओं के खातों में – ठकाठक, ठकाठक, ठकाठक!”

कांग्रेस नेता उदित राज ने लिखा, ‘नरेंद्र मोदी ने 25 लोगों को अरबपति बनाया – हम हिंदुस्तान में करोड़ों लखपति बनाएंगे।‘

इनके अलावा राहुल गांधी का दावा रोहित बोहरा, डाक्टर अरुणेश कुमार यादव, नसरीन इब्राहिम, अमरजीत सिंह, और दिनेश पंत ने शेयर किया।

राहुल गांधी ने अपने भाषण में दो दावे किए: पहला, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दस सालों में 20-25 लोगों को अरबपति बनाया है, और दूसरा, कि महिलाओं और युवाओं को सालाना एक लाख रुपये देना एक क्रांतिकारी योजना है। हम इन दोनों बिंदुओं की रिपोर्ट में फैक्ट चेक और विश्लेषण करेंगे।

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फैक्ट चेक

राहुल गांधी द्वारा किए गए दावे की पड़ताल करने के लिए हमने मामले से जुड़े रिपोर्ट सर्च किया जिसके बाद हमें इंडिया टुडे का द्वारा प्रकाशित 4 अप्रैल 2024 की रिपोर्ट मिली। इंडिया टुडे Forbes मैगज़ीन का हवाला देते हुए लिखा, ‘Forbes ने बुधवार को अपनी ‘दुनिया के अरबपतियों’ की सूची 2024 का जारी किया जिसमें 200 भारतीय शामिल हैं, यह संख्या पिछले साल 169 थी। सूची में शामिल भारतीयों ने लगभग $954 अरब जमा किए, जो पिछले वर्ष के $675 अरब से उनकी धन संख्या में 41% की विशाल वृद्धि को दर्शाता है। सूची में 200 भारतीयों में से 25 पहली बार उपस्थित दर्ज कराई हैं।’

Source- India Today

आगे हमने Forbes द्वारा प्रकाशित 2014 की रिपोर्ट देखीं। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘2014 के लिए फोर्ब्स की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में कुल 56 भारतीय उद्यमी शामिल थे, जिनकी कुल संपत्ति 191.5 अरब डॉलर थी और इसमें स्वास्थ्य. देखभाल, पेट्रोकेमिकल, खाद्य और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों की विभिन्न स्रोत शामिल थे।’ हमने Hurun नामक चीनी रिसर्च फर्म द्वारा प्रकाशित सूची की मदद से अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया। Hurun के अनुसार 2024 में भारत में 271 व्यक्ति अरबपति हैं। इसके विपरीत 2014 में यह संख्या केवल 70 थी।

रिपोर्ट से स्पष्ट होता है कि मोदी सरकार के पिछले दस साल के कार्यकाल में 20-25 अरबपतियों की बजाय 144 (Forbes के अनुसार) और 201 (Hurun के अनुसार) अरबपतियों की संख्या में वृद्धि हुई है।

महिलाओं और युवाओं को सालाना एक लाख रुपये देना एक क्रांतिकारी योजना है। 

मोदी सरकार ने साल 2023 से लखपति दीदी योजना का आरंभ किया है। इस योजना की मदद से ग्रामीण क्षेत्रों की महिला अपने मेहनत और कौशल से सालाना एक लाख रुपए तक कमा सकती हैं। NDTV के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लखपति दीदी योजना चला रहे हैं।  यह महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने वाली केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा था कि नारी शक्ति को आगे बढ़ाना हमारा शुरुआत से लक्ष्‍य रहा है. हमारा लक्ष्‍य 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है।

रिपोर्ट में आगे लिखा, ‘इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जुड़ा होना जरूरी है. देश में इस समय करीब 83 लाख  स्वयं सहायता समूह यानी सेल्फ हेल्प ग्रुप्स (Self Help Group) हैं. इनसे करीब 9 करोड़ महिलाएं जुड़ी हुई हैं। लखपति दीदी योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को सरकार की ओर से फाइनेंशियल और स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जाती है।जिससे वह आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होती हैं। इसके जरिये उन्हें अपनी इनकम बढ़ाने में मदद मिलती है। जिसकी बदौलत वह लखपति बन सकती हैं।‘

‘लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को LED बल्ब बनाने से लेकर कई तरह के स्किल सिखाए जाते हैं. उन्हें ट्रेनिंग के दौरान महिलाओं को खुद का बिजनेस शुरू करने के टिप्स भी दिए जाते हैं। जिसमें फाइनेंशियल सेक्टर की जानकारी देने के लिए की वर्कशॉप्स के जरिये बिजनेस प्लान, मार्केटिंग , बजट , सेविंग और इन्वेसटमेंट  के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके साथ ही टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सहित डिजिटल बैंकिंग सर्विस, मोबाइल वॉलेट और फोन बैंकिंग के बारे में भी बताया जाता है।‘

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फरवरी में बजट पेश करते हुए कहा था कि देश में अब तक 1 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी योजना का लाभ मिल चुका है। इस योजना के जरिये शुरुआत में 2 करोड़ महिलाओं को लाभ पहुंचने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे अब बढ़ाकर 3 करोड़ कर दिया गया है।

जब युवाओं की बात आती है तो उनके लिए प्रधानमंत्री रोजगार योजना, आत्म निर्भर भारत योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना और स्टार्ट उप इंडिया योजना जैसी योजनाएं हैं जिससे देश के लाखों युवाओं ने लाभ उठाया है।

निष्कर्ष: पड़ताल और विश्लेषण के आधार पर यह स्पष्ट होता है कि मोदी सरकार के पिछले दस सालों में 20-25 नहीं, बल्कि 150 से अधिक अरबपतियों की संख्या में वृद्धि हुई है। साथ ही, कांग्रेस नेता राहुल गांधी मुफ्त में पैसे बांटने की बात करते हैं, जबकि मोदी सरकार ने लखपति दीदी योजना और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली योजनाओं के माध्यम से वर्तमान में लाखों लोगों को लाभ प्रदान किया है।

दावामोदी सरकार ने मोदी सरकार ने पिछले दस सालों में केवल 20-25  लोगों को अरबपति बनाया है और महिलाओं को सालाना एक लाख रुपए देना क्रांतिकारी योजना है
दावेदारकांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी
फैक्ट चेकभ्रामक

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