यूपी पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक पुलिसकर्मी एक बाइक सवार युवक के हाथ में तमंचा पकड़ाते हुए वीडियो बनवा रहा है। इसकी वीडियो के वायरल होते ही कानपुर पुलिस चर्चा में आ गई है। पुलिस पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि पुलिस जबरदस्ती युवक को तमंचा थमा कर आरोपी साबित करना चाहती है। वहीं हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
कट्टरपंथी हैंडल मोहम्मद तनवीर ने एक्स पर इस मामले को शेयर करते हुए लिखा, ‘उत्तरप्रदेश कानपुर। ट्रैफिक पुलिस बाइक सवार नौजवान को जबरन कारतूस के साथ तमंचा थमा रही है। मोटरसाइकिल का नंबर चेक करने से पता चलता है की इस मोटरसाइकिल का मालिक कोई तनवीर अजीज है। गजब है न कितना आसान है न बंदूक थमा कर किसी को भी गुंडा साबित कर दो।’
सपा कार्यकर्त्ता संतोष कुमार यादव ने लिखा, ‘अमृतकाल में ऐसे बरामद होते हैं एक तमंचा और दो कारतूस । @kanpurnagarpol ने युवक के पास से तमंचा और कारतूस किया बरामद ! कानपुर ट्रैफिक पुलिस ने पहले युवक के हाथ में जबरन तमंचा पकड़ाया जब युवक बोला ये तमंचा मेरा नहीं तो सिपाही ने सुरीली आवाज में गालियां दी , टाटमिल चौराहे का मामला !!’
इस्लामिष्ट जाकिर अली त्यागी ने लिखा, ‘मामला यूपी के कानपुर का है जहां देखा जा सकता है कि पुलिस बाइक सवार के हाथ में जबरदस्ती तमंचा पकड़ा रही है और फिर इस तमंचे को युवक का बता बरामदगी दिखा रही है, युवक ने कहा तमंचा मेरा नही तो पुलिस उसे गालियां दे रही है, शर्मनाक, शर्मनाक’
सपा कार्यकर्त्ता श्याम यादव ने लिखा, ‘कानपुर टाटमील चौराहा। वाह भाई वाह @kanpurnagarpol देखिए आपके सिपाही खुद ही तमंचा रख कर पकड़ रहे युवाओं को, आपका ट्रैफिक पुलिस का सिपाही वीडियो में साफ साफ दिख रहा किस तरह युवक के हाथ में तमंचा रख रहा, युवक कहता ये मेरा नहीं है आपके सिपाही गंदी गालियां देते और उसके गाल में घसीट कर तमाचा रख देते। आपके पुलिस विभाग की करतूतों को कोई भूला नही है लखनऊ में माननीय शिवपाल सिंह यादव चाचा जी के निजी सचिव श्री अंकुश शर्मा जी को भी पुलिस ने कुछ इसी प्रकार फंसाये जाने की साजिश रची थी, वो खुशकिस्मत थे कि शिवपाल जी निजी सचिव थे चाचा जी ने उनको थाने के छुड़ा लिया.. लेकिन इस तरह की घटनाये अब रामराज्य में आम हो चुकी हैं’
सपा कार्यकर्त्ता शिवम् यादव ने लिखा, ‘टाटमील चौराहा , कानपुर। क्या भाई @Uppolice @kanpurnagarpol देखिए आपके सिपाही खुद ही तमंचा रख कर पकड़ रहे युवाओं को. आपका ट्रैफिक पुलिस का सिपाही वीडियो में साफ साफ दिख रहा किस तरह युवक के हाथ में तमंचा रख रहा ,युवक कहता ये मेरा नहीं है आपके सिपाही गंदी गालियां देते और उसके गाल में रसीट कर तमाचा रख देते। आपके पुलिस विभाग की करतूतों को कोई भूला नही है लखनऊ में एक UPSC की तैयारी करने वाले लड़के को भी इसी तरह फसाने की कोशिश यूपी पुलिस ने की थी वो तो खुशकिस्मत था उसका एक IAS दोस्त था तो उसने बचा लिया।’
वहीं पत्रकार वर्षा सिंह ने लिखा, ‘ये कारनामे कानपुर पुलिस के हैं। लाइव देख लीजिए। टाटमील चौराहे पर युवक के पास से कट्टा बरामद करने का पुलिस ने दावा किया है… जबकि वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि युवक के हाथ में कट्टा सामने से दिया गया है।’
यह भी पढ़ें: मेरठ में दलित-पिछड़ी जाति के युवक पर ठाकुर ने पेशाब किया? आरोपी और पीड़ित एक ही जाति से हैं
पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया, जिसमें हमें आजतक की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि कानपुर पुलिस ने प्रेसनोट जारी कर जानकारी दी है। इसमें बताया गया कि दिनांक 29.11.2023 को दोपहर में बिना हेलमेट लगाए बाइक सवार एक व्यक्ति रेड सिग्नल तोड़कर टाटमिल चौराहे से भाग रहा था। तभी ट्रैफिक पुलिस द्वारा उसको रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन वह बाइक की स्पीड तेज करके भागने लगा। लेकिन दूसरी दिशा से आ रही एक अन्य बाइक से टकराकर गिर गया। जब उस व्यक्ति की चेकिंग की गई तो उसके पास से 1 तमंचा और 2 कारतूस मिले। जिसके बाद रेलबाजार पुलिस को घटनास्थल पर बुलाकर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की गई।
वहीं एक्स पर UP तक ने इस घटना का CCTV फुटेज पोस्ट किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि बाइक से गिरते ही युवक का तमंचा भी गिर जाता है, जिसे मौके पर मौजूद पुलिस उठा लेती है। UP तक ने अपने पोस्ट में यह भी बताया है कि ‘हिरासत में लिए गए युवक का आपराधिक इतिहास सामने आया है जिसमें वह एक नाबालिग युवक को जलाकर ट्रेन के आगे फेंकने के मामले जेल जा चुका है।’
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि पुलिस ने जबरदस्ती युवक को तमंचा नहीं थमाया। यह तमंचा उसी का था जो एक्सीडेंट के समय नीचे गिर गया था।
दावा | पुलिस ने युवक को जबरन तमंचा पकड़ाकर भेज दिया जेल |
दावेदार | मोहम्मद तनवीर , संतोष कुमार यादव, जाकिर अली त्यागी, श्याम यादव व अन्य |
फैक्ट | भ्रामक |
This website uses cookies.