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Home अन्य सांसद धर्मेंद्र यादव और संजय सिंह ने रोजगार और राम मंदिर में राष्ट्रपति को न बुलाने को लेकर संसद में बोला झूठ
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सांसद धर्मेंद्र यादव और संजय सिंह ने रोजगार और राम मंदिर में राष्ट्रपति को न बुलाने को लेकर संसद में बोला झूठ

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संसद का मॉनसून सत्र सोमवार से जारी है। इसी सत्र में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को केंद्रीय बजट पेश किया। वहीं बजट 2024 पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी पर दो करोड़ रोजगार का वादा न निभाने और राम मंदिर के उदघाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को न बुलाने का आरोप लगाते हुए उनपर पर निशाना साधा।

धर्मेंद्र यादव ने एक्स पर संसद में दिए गए भाषण का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘अठारहवीं लोक सभा में मेरा पहला संबोधन….’

वहीं आप सांसद संजय सिंह ने संसद में दो करोड़ रोजगार का वादा न निभाने के साथ-साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी पृष्ठभूमि के कारण राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित न करने का आरोप लगाया।

फैक्ट चेक

अपनी पड़ताल में हमने सबसे पहले हर साल दो करोड़ नौकरियां देने दावे की जांच की। इसके लिए हमने भारतीय जनता पार्टी के 2014 और 2019 के मेनिफेस्टो को खंगाला, यहाँ हर साल दो करोड़ रोजगार देने का कोई जिक्र नहीं है। इसके बाद हमे नवम्बर 2013 को फर्स्टपोस्ट और इकोनॉमिक टाइम्स की बेबसाईट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। भाजपा के उस वक्त के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की यूपी के आगरा रैली के बाद यह प्रकाशित हुई थी। इस खबर में दावा किया गया कि पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आगरा में एक रैली में एक करोड़ रोजगार देने का वादा किया है।  

Source: Firstpost & The Economic Times

इसके बाद हमने पीएम मोदी की आगरा रैली के वीडियो को खंगाला, यह वीडियो हमें 22 नवंबर 2013 को भाजपा के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। आगरा में आयोजित इस रैली के वीडियो में 18 मिनट पर पीएम मोदी ने रोजगार का जिक्र किया।  पीएम मोदी ने कहा, ”दिल्ली में बैठी हुई कांग्रेस की सरकार ने वादा किया था कि सरकार बनेगी तो वे हर वर्ष एक करोड़ नौजवानों को रोजगार देंगे। भाइयों-बहनों आप मुझे जवाब देंगे, मैं आपसे सवाल पूछूं, आप जवाब देंगे।  कांग्रेस ने लोकसभा के चुनाव में वादा किया था कि अगर हम सत्ता में आएंगे तो एक करोड़ लोगों को रोजगार देंगे। वादा किया था, पूरे ताकत से बोलो वादा किया था, कांग्रेस ने वादा किया था, वादा निभाया? आपमें कोई है भाई जिसको दिल्ली सरकार ने नौकरी दी हो। आपमें कोई है जिसको दिल्ली सरकार ने रोजगार दिया हो।

पड़ताल में हमे यह भी पता चला कि कांग्रेस ने 2004 लोकसभा चुनाव के दौरान अपने मेनिफेस्टो में ‘एक करोड़ रोजगार हर साल’ देने का वादा किया था। नरेंद्र मोदी ने इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था, न कि उन्होंने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। 

Source: Congress 2004 Manifesto

वहीं भाजपा ने 2014 के मेनिफेस्ट में रोजगार का 13 बार जिक्र किया गया है लेकिन सरकार बनने के बाद कितने लोगों को रोजगार देंगे इस संख्या का जिक्र मेनिफेस्टो में नहीं है। 16वीं लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार में भाजपा ने एक वीडियो के माध्यम से रोजगार देने का वादा किया था लेकिन इस वीडियो में कितने लोगों को रोजगार देंगे, इसका जिक्र नहीं हैं।

पड़ताल में 19 अप्रैल 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा टाइम्स नाऊ को दिया गया एक इंटरव्यू मिला। इस इंटरव्यू में रोजगार के मुद्दे पर सवाल किया गया। पत्रकार राहुल शिवशंकर ने कहा कि आपकी सरकार ने कहा था कि 10 करोड़ जॉब्स देंगे 5 साल के बाद, इसी बीच पीएम मोदी ने उन्हें टोकते हुए कहा ”आप रिसर्च करते हैं क्या।” राहुल शिवशंकर ने कहा कि आंकड़े आए हैं। जवाब में पीएम मोदी ने कहा, ”मैं चाहूंगा कि रिसर्च कीजिए, कब कहा, कहां कहा, कहां लिखा हुआ है। वो भी जरा एक बार चेक कर लीजिए। लेकिन अगर कांग्रेस जो चर्चा कर रही है वही आपके सवाल का आधार है। टाइम्स नाऊ को रिसर्च टीम बनानी चाहिए।”

हमारी पड़ताल में राम मंदिर के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित न करने का दावा भी झूठा निकला। जांच में हमने पाया कि राष्ट्रपति को विश्व हिंदू परिषद द्वारा 12 जनवरी को समारोह में आमंत्रित किया गया था। हालाँकि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 22 जनवरी को एक पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम था। उस दिन राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया था। जिस वजह से वह राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल नहीं हो पाई।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि सपा नेता धर्मेन्द्र यादव और आप नेता संजय सिंह का दावा गलत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा नहीं किया था, भाजपा के मेनिफेस्टो में भी इसका जिक्र नहीं है। असल में कांग्रेस पार्टी ने 2004 लोकसभा चुनाव में अपने मेनिफेस्टो में हर साल एक करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, पीएम मोदी इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था। वहीं राम मंदिर के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित न करने का दावा भी झूठा है।

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