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Home अन्य वायरल वीडियो में एससी एसटी और ओबीसी के साथ मारपीट का दावा गलत
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वायरल वीडियो में एससी एसटी और ओबीसी के साथ मारपीट का दावा गलत

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें एक युवक कुछ लोगों को पिटाई कर रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उच्च जाति के लोगों ने एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के लोगों को नंदी बैल रखने के लिए मारा। हालांकि, हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक पाया गया है।

प्रोफेसर डाक्टर विक्रम ने लिखा, ‘हिंदू ही हिंदू पर अत्याचार करें तो बताइए एससी एसटी ओबीसी कहां जाएं ? क्या वो केवल मार खाने गाली खाने के लिए हिंदू धर्म में पैदा हुआ  है?क्या केवल अपर कास्ट को अधिकार है कि वह गाय अथवा नंदी को अपने घर में रख सकता है.फिर क्यों ना यह समाज हिंदू धर्म के खिलाफ बगावत करे।‘

Source- X

हिंदू विरोधी और फेक न्यूज़ पेडलर क्राइम रिपोर्ट्स इंडिया ने लिखा, ‘उच्च जाति के लोगों ने हरिजन को मुस्लिमों से मदद मांगने के लिए मारा‘

Source- X

पिंटू अंबेडकर ने लिखा, ‘हिंदू ही हिंदू पर अत्याचार करें तो बताइए एससी एसटी ओबीसी कहां जाएं ? क्या वो केवल मार खाने गाली खाने के लिए हिंदू धर्म में पैदा हुआ  है?क्या केवल अपर कास्ट को अधिकार है कि वह गाय अथवा नंदी को अपने घर में रख सकता है.फिर क्यों ना यह समाज हिंदू धर्म के खिलाफ बगावत करे।‘

कांग्रेस पार्टी के समर्थक मनीष कुमार एडवोकेट ने लिखा, ‘ये किस राष्ट्र का निर्माण हो रहा है बेचारे नंदी बैल को साथ रखते हैं उन्हें खिलाते उनकी सेवा करते हैं इस तरह पीटना तो जुल्म है।‘

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फैक्ट चेक

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए वीडियो के की-फ्रेम का रिवर्स सर्च करने पर हमें आजतक द्वारा प्रकाशित 27 जुलाई 2022 की रिपोर्ट मिलीं। रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के हाजीपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने 6 मुस्लिम युवकों को पकड़ा था, जो हिंदू नाम रखकर नंदी-बैल को साथ लेकर भीख मांग रहे थे।

Source- Aajtak

आजतक के मुताबिक, ‘हाजीपुर में जुलाई 2022 में राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने साधुओं के वेश में भिक्षा मांग रहे 6 मुस्लिम युवकों को पकड़ लिया था। साधु बने इन लोगों ने नंदी बैल के साथ घर-घर भिक्षा मांगने का काम किया था। राष्ट्रीय बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और साधुओं से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के बाद ज्ञात हुआ कि साधु के वेश में दरअसल वे मुस्लिम है। इसके बाद राष्ट्रीय बजरंग दल के नेताओं ने लात घूसों से पिटाई शुरू की। जब एक थक गया तो दूसरे को लाठी थमा दी और लगातार लाठियां बरसाई गई। खबर पुलिस को मिली तो स्थानीय नगर थाने की पुलिस मौके पर दल बल के साथ पहुंची।’

इस मामले पर इंडिया टीवी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, ‘घटना 24 जुलाई को हुई थी और वीडियो बुधवार को सामने आया। हाजीपुर इलाके में कल राष्ट्रीय बजरंग दल के नेताओं ने साधुओं के वेश में भिक्षा मांग रहे 6 मुस्लिम युवकों को पकड़ लिया था। साधु बने यह लोग नंदी बैल के साथ घर-घर घूम कर भिक्षा मांगने का काम कर रहे थे। इसके बाद राष्ट्रीय बजरंग दल के नेताओं ने लात घूसों से इनकी पिटाई शुरू कर दी। पूछताछ के दौरान पुलिस को दो लोगों के पास से आधार कार्ड मिला है। उनकी पहचान उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रूपडीहा थाना क्षेत्र के- महबूब अली, सुबराती, मोहम्मद हसन, मोहम्मद करीम, सैयद अली, हलील अहमद के रूप में हुई है।

निष्कर्ष: बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जुलाई 2022 में बिहार के हाजीपुर जिले में साधु का वेश धारण किए हुए मुस्लिमों को पीटा था।

दावा उच्च जाति के लोगों ने एससी, एसटी, और ओबीसी वर्ग के लोगों को नंदी बैल को रखने के लिए मारा।
दावेदारक्राइम रिपोर्ट्स इंडिया, प्रोफेसर विक्रम, मनीष कुमार एवं अन्य
फैक्ट चेकभ्रामक

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