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मथुरा के गोवेर्धन मंदिर में करोड़ों रुपये की चोरी करने का आरोपी पुजारी नहीं है

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सोशल मीडिया समेत मैंनस्ट्रीम मीडिया में दावा किया जा रहा है कि मथुरा के मुकुट मुखारबिंद गोवेर्धन मंदिर से एक पुजारी करोड़ो रुपये लेकर भाग गया। पुजारी दान के पैसों को बैंक में जमा करवाने के लिए ले जा रहा था मगर वह ना तो पैसे लेकर बैंक पहुंचा और ना ही वापस लौटा। हालाँकि हमारी पड़ताल में पता चलता है कि आरोपी पुजारी नहीं है।

कांग्रेस कार्यकर्ता पप्पू राम मुन्द्रु ने एक्स पर लिखा, ‘मथुरा के गोवर्धन मंदिर में दान आई एक करोड़ नौ लाख रुपये…… की राशि लेकर (पुजारी)फरार…फुर्ररर हो गया… । अनुराग ठाकुर को बताना चाहिए ये कौन जात का पुजारी था’

इंद्रजीत बराक ने एक्स पर लिखा, ‘मथुरा के एक मंदिर से पुजारी 3 करोड़ नगद रुपए लेकर भाग गया था, उनमें से 72 लाख की रिकवरी हो गई है, बाकी नहीं मिले हैं। और हां कोई भी हिन्दू इसके बारे में आवाज ना उठाए वरना हिंदुत्व पर संकट खड़ा हो जायेगा।’

पशुराम बौध ने लिखा, ‘मथुरा में मंदिर से पुजारी करोड़ों रुपए चुरा कर भागा, पुजारी जानता है कि भगवान है हीं नहीं भगवान होता तो पुजारी की हिम्मत नहीं होती लेकिन…. ये बात एससी एसटी ओबीसी और आदिवासी के लोगो के भेजे में नही घुस रही कि दुनियां में कहीं भगवान देवी देवता अल्लाह नही है .’

सीमा मीणा ने लिखा, ‘मथुरा में मंदिर के 1.9करोड़ रुपये लेकर भाग गया पुजारी । तुम चढ़ाव चढ़ाते रहो और ये पुजारी तुम्हारे रुपयों पर मौज करते रहेंगे। अन्धविश्वास का फायदा पुजारी करोड़ो की कमाई से उठा रहे है।’

मिश्कत फातिमा ने लिखा, ‘मथुरा में पुजारी जी मंदर की दान पेटी से 1.9 करोड़ रुपये चुरा कर फरार हो गए। पुलिस ने घर से बरामद किए 72 लाख रुपये जय हो टनटन बाबा की’

वहीं शोभनाथ राव ने लिखा, ‘मथुरा के गोबर्धन स्थित मंदिर की दान पेटी से लगभग 2 करोड़ रुपया लेकर फरार हुआ पुजारी. क्या पंडा पुजारिओ को भगवान का डर नहीं,डर कैसा? क्योंकि पंडा पुजारी जानता है पत्थर की निर्जीव मूर्ति में भगवान कैसे हो सकता? मंदिर मठ आश्रम #ओबीसी,कुछ SC, ST लोगों को ठगने का जरिया मात्र है’

वहीं आजतक, UP तक, द लल्लनटॉप, द मूकनायक ,पंजाब केसरी और R.भारत जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने भी आरोपी को पुजारी बताया है।

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल में हमें मंदिर के प्रबंधक चंद्र विनोद कौशिक द्वारा पुलिस को दी गई एफआईआर कॉपी मिली। पुलिस को दी गई शिकायत में चंद्र विनोद कौशिक ने आरोपी को पुजारी नहीं बताया है। शिकायत के मुताबिक मुकुट मुखारविंद गोवेर्धन मंदिर का ठेकेदार दिनेश चंद्र मंदिर के एक करोड़ नौ लाख रूपए लेकर भाग गया है। उनका आरोप है कि 29 जुलाई को ठेकेदार दिनेशचंद्र को मंदिर का ठेका धनराशि एक करोड़ नौ लाख रूपए को मंदिर के बैंक अकाउंट में जमा करने को दिया गया था। मंदिर से बैंक जाते समय विनोद कौशिक खुद ठेकेदार दिनेशचंद्र के साथ थे। लेकिन दिनेशचंद्र उन्हें धोखा देकर पैसे लेकर भाग गया।

इसके बाद हमने मंदिर के प्रबंधक चंद्र विनोद कौशिक से सम्पर्क किया। चंद्र विनोद कौशिक ने बताया कि दिनेश चंद्र मंदिर का ठेकेदार है। उसे एक महीने का ठेका मिला हुआ है, वो मंदिर का कलेक्शन बैंक में जमा करता है। आरोपी पुजारी नहीं है।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि मथुरा के गोवेर्धन मंदिर में पुजारी द्वारा करोड़ों की चोरी करने का दावा भ्रामक है। चोरी करने वाला व्यक्ति पुजारी नहीं ठेकेदार है।

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