सोशल मीडिया पर एक मरीज को ठेले पर अस्पताल लेकर जाने का वीडियो वायरल है। दावा किया जा रहा है कि कन्नौज में एक मरीज को उसके परिजन ठेले पर लादकर अस्पताल ले गए। क्योंकि, बाबा के सरकार की एम्बुलेंस यहां तक नहीं पहुंच पाई। जिस वजह से उसकी मौत हो गई। हालांकि पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
यूपी कांग्रेस ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘कन्नौज में एक मरीज को उसके परिजन ठेले पर लादकर अस्पताल ले गए। क्योंकि, बाबा के सरकार की एम्बुलेंस यहां तक नहीं पहुंच पाई। अस्पताल पहुंचने पर इस मरीज ने दम तोड़ दिया। जबकि मरीज को कोई गंभीर बीमारी नहीं थी बल्कि उसे केवल बुखार था। बाबा की स्वास्थ्य व्यवस्था जाने कब स्ट्रेचर से उठ कर खड़ी होगी? क्योंकि इस दिशा में बाबा के सरकार की कोई कोशिश तो नज़र नहीं आती है। हां! मगर अस्पतालों से अपने हिस्सा लेने का होड़ अधिकारियों, विधायकों, मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री तक सबमें जरूर नज़र आता है।’
कन्नौज में एक मरीज को उसके परिजन ठेले पर लादकर अस्पताल ले गए। क्योंकि, बाबा के सरकार की एम्बुलेंस यहां तक नहीं पहुंच पाई।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) November 2, 2024
अस्पताल पहुंचने पर इस मरीज ने दम तोड़ दिया। जबकि मरीज को कोई गंभीर बीमारी नहीं थी बल्कि उसे केवल बुखार था।
बाबा की स्वास्थ्य व्यवस्था जाने कब स्ट्रेचर से… pic.twitter.com/YMn2yswEhw
सदफ आफरीन ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश, कन्नौज योगी जी के प्रदेश का हाल देखिए! एम्बुलेंस न आने पर मरीज़ को ठेले पर लादकर ले जाया जा रहा है! अफसोस मरीज़ की जान नहीं बच पाई!’
उत्तर प्रदेश, कन्नौज
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) November 2, 2024
योगी जी के प्रदेश का हाल देखिए!
एम्बुलेंस न आने पर मरीज़ को ठेले पर लादकर ले जाया जा रहा है!
अफसोस मरीज़ की जान नहीं बच पाई! pic.twitter.com/Q1iWdgTJLG
प्रिय सिंह ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश की उत्तम स्वास्थ्य व्यवस्था देख लीजिए. यहां सबको एंबुलेंस नसीब नहीं होता. तस्वीर कन्नौज की है. जहां मरीज़ पर ठेले पर लादकर ले ज़ाया गया. लेकिन मरीज़ की जान बचाई न जा सकी. कोई गंभीर बीमारी नहीं थी, बस महिला को दो दिनों से बुख़ार आ रहा था.’
उत्तर प्रदेश की उत्तम स्वास्थ्य व्यवस्था देख लीजिए. यहां सबको एंबुलेंस नसीब नहीं होता. तस्वीर कन्नौज की है. जहां मरीज़ पर ठेले पर लादकर ले ज़ाया गया.
— Priya singh (@priyarajputlive) November 2, 2024
लेकिन मरीज़ की जान बचाई न जा सकी.
कोई गंभीर बीमारी नहीं थी, बस महिला को दो दिनों से बुख़ार आ रहा था. pic.twitter.com/dP4skotXm6
Rationality नाम के एक्स हैंडल ने लिखा, ‘रामराज्य में स्ट्रेचर और एम्बुलेंस दोनो ही नही होते थे ….. तस्वीर कन्नौज की है, जहां मरीज़ को ठेले पर लादकर ले ज़ाया गया. लेकिन मरीज़ की जान बचाई न जा सकी…..’
रामराज्य में स्ट्रेचर और एम्बुलेंस दोनो ही नही होते थे …..
— Rationality 😎😎 (@rationalguy777) November 2, 2024
तस्वीर कन्नौज की है, जहां मरीज़ को ठेले पर लादकर ले ज़ाया गया.
लेकिन मरीज़ की जान बचाई न जा सकी…..
RIP 🙏 pic.twitter.com/mwMCDdsypZ
वहीं यूपी ईस्ट यूथ कांग्रेस, विकास चौहान और मनोज शर्मा ने भी यही दावा किया है।
यह भी पढ़ें: वकील द्वारा महिला को पीटने का वीडियो यूपी का नहीं है
फैक्ट चेक
दावे की पड़ताल के लिए हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला कन्नौज के गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के किदवई नगर मोहल्ले का है। आसमा बेगम को दो दिन से तेज बुखार आ रहा था। आराम न मिलने पर परिजन ने उन्हें अस्पताल ले जाने का फैसला किया। आसमा बेगन को ठेले पर लिटाकर परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
परिवार के लोगों ने बताया कि जहां वह रहते हैं, वहां का रास्ता काफी संकरा है। संकरी गली होने के नाते उन्होंने ऐंबुलेंस को कॉल ही नहीं किया था।
दावा | कन्नौज में एक मरीज को उसके परिजन ठेले पर लादकर अस्पताल ले गए। क्योंकि, बाबा के सरकार की एम्बुलेंस यहां तक नहीं पहुंच पाई। |
दावेदार | यूपी कांग्रेस, प्रिया सिंह, मनोज शर्मा व अन्य |
निषकर्ष | कन्नौज में एम्बुलेंस न मिलने पर मरीज को ठेले पर अस्पताल ले जाने का दावा भ्रामक है। असल में परिजनों ने संकरी गली होने के नाते उन्होंने ऐंबुलेंस को कॉल ही नहीं किया और खुद ही ठेले पर अस्पताल के गए। |