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Home विशेष लोटन राम निषाद: भ्रामक, फर्जी और गलत सूचनाओं से फैला रहे हैं घृणा
विशेष

लोटन राम निषाद: भ्रामक, फर्जी और गलत सूचनाओं से फैला रहे हैं घृणा

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सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फेक न्यूज एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिसका प्रभाव सामाजिक और राजनीतिक दोनों क्षेत्रों में है। यह अविश्वास, भय, और नफरत को फैलाने का एक प्रमुख साधन बन चुकी है। इसमें समाजवादी पार्टी के नेता लोटन राम निषाद की भी अहम भूमिका है, लोटन सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स(पूर्व में ट्विटर) पर झूठी व भ्रामक जानकारी प्रसारित कर घृणा फैला रहे हैं। इस रिपोर्ट में हमने समाजवादी पार्टी के नेता लोटन राम निषाद द्वारा फैलाए गए भ्रामक और झूठे दावों का संकलन किया है।

क्रमांक दावाफैक्ट चेक
1- राष्ट्रीय ध्वज से टेबल साफ करने का वायरल वीडियो दो साल पुराना है

अनंतपुर, आंध्रप्रदेश के डिप्टी रजिस्ट्रार ने राष्ट्रीय ध्वज से टेबल साफ कर तिरंगे का अपमान किया है।
यह वीडियो ओडिशा का है और जनवरी 2023 का पुराना मामला है, जिसमें राष्ट्रीय ध्वज से टेबल साफ करने की घटना सामने आई थी।
2- युवक द्वारा अंबेडकर की तस्वीर को जलाने का वीडियो साढ़े तीन साल पुराना है
मनुवादियों ने संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर को फाड़कर जलाया।
अंबेडकर की तस्वीर जलाने का यह वीडियो करीब साढ़े तीन साल पुराना है। जय प्रकाश मिश्रा ने आरक्षण का विरोध जताने के लिए अंबेडकर की तस्वीर जलाई थी। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मिश्रा को हिरासत में ले लिया था।
3- यूपी में रेप वीडियो बेचे जाने की वायरल अख़बार की कटिंग 2016 की है
बेरोजगार बैठे हिंदू सनातनी छोरों की कमाई का नया जरिया। रेप करो, वीडियो बनाओ और बेच दो। यूपी में रेप के वीडियो 50 से लेकर 150 रुपए तक के बेचे जा रहे हैं।
यह वायरल खबर अगस्त 2016 की है, जब उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे।
4- महाभारत काल में भगवान राम का जिक्र ना मिलने का दावा गलत है
सत्य कथन -महाभारत या द्वापर काल रामायण या त्रेता युग के बाद का समय है, लेकिन महाभारत का कोई पात्र राम नाम का जयकारा नहीं लगाया।
महाभारत के तीसरे पर्व ‘वनपर्व’ में रामायण और उसके पात्रों का विस्तृत वर्णन किया गया है। इसके ‘तीर्थयात्रा पर्व’ और ‘रामोपाख्यान’ उप-पर्वों में रामायण पर गहन प्रकाश डाला गया है। हनुमान और जामवंत जैसे महान पात्र न केवल रामायण में, बल्कि महाभारत काल में भी महत्वपूर्ण भूमिका में थे।
5- कथावाचक ऋचा मिश्रा का मुस्लिम युवक से शादी करने का दावा गलत है
ऋचा मिश्रा कथावाचक ने एक मुस्लिम से शादी कर ली। 
कथावाचक ऋचा मिश्रा के मुस्लिम युवक से शादी करने का दावा पूरी तरह झूठा है। दरअसल, ऋचा मिश्रा अभी अविवाहित हैं। वायरल हो रही तस्वीर भी ऋचा मिश्रा की नहीं, बल्कि कथावाचक चित्रलेखा की शादी की है। गौरतलब है कि चित्रलेखा की शादी एक हिंदू युवक से हुई है।
6- पाकिस्तानी सेना प्रमुख के बेटे के साथ जय शाह के फोटो खिचाने का दावा गलत हैपाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जाविद बाजवा के बेटे और अमित शाह के बेटे जय शाह दुबई में एक साथ फोटोशूट करा रहे हैं और यहां पिता हिंदू-मुस्लिम खेल रहा हैं।
वायरल तस्वीर में जयशाह पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जाविद बाजवा के बेटे के साथ नहीं बल्कि भारतीय अभिनेत्री उर्वशी रौतेला के भाई यश रौतेला के साथ है।
7- अमित शाह ने एससी-एसटी, ओबीसी आरक्षण खत्म करने की बात नहीं की, यह एडिटेड वीडियो हैअमित शाह ने कहा कि बीजेपी की सरकार बनेगी तो गैरसंवेधानिक एससी-एसटी, ओबीसी आरक्षण को समाप्त कर देंगे।
 केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी सभा में कहा कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद मुस्लिम आरक्षण को समाप्त कर देंगे, यह अधिकार तेलंगाना के एससी-एसटी, ओबीसी का है। वो अधिकार उनको मिलेगा और मुस्लिम आरक्षण को हम समाप्त कर देंगे।
8- पीएम मोदी के सामने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के हाथ जोड़ने का दावा गलत
पीएम मोदी के सामने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति हाथ जोड़े खड़े है।यह तस्वीर दिसम्बर 2023 में नई दिल्ली में नए संसद भवन में बाबा साहेब बीआर अंबेडकर की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम की है। इस कार्यक्रम में चारों नेता हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन कर रहे थे और तस्वीर के लिए पोज दे रहे थे। पहले पीएम मोदी हाथ जोड़कर अविभादन करते हैं फिर राष्ट्रपति मुर्मू, उपराष्ट्रपति धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष बिड़ला भी हाथ जोड़ते हैं। इसके बाद पीएम मोदी हाथ नीचे करके पीछे की ओर जाते हैं, इस दौरान कुछ क्षण के लिए बाकि तीनों नेता हाथ जोड़ने की उसी मुद्रा में होते हैं। घटनाक्रम के इसी क्षण की तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है।
9- गुजरात में खुदाई के दौरान हजारों साल पुराना समुराई मिलने का दावा गलत हैगुजरात में खुदाई के दौरान हजारों साल पुराने विशाल समुराई का पता चला है। अद्भुत खोज।वायरल तस्वीर AI के मदद से बनाई गई है।
10- बस्ती में किशोर की मौत में जातिगत एंगल नहीं है
उत्तर प्रदेश में योगीराज में लौट आया है मनुस्मृति का काल। बस्ती में दलित युवक को पार्टी में बुलाया निर्वस्त्र कर, मुंह में पेशाब किया इसके बाद पीड़ित ने की खुदकुशी।यह घटना बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कोइलपुरा गांव की है। नाबालिग किशोर को बर्थडे पार्टी के बहाने बुलाकर उसके साथ अभद्रता और मारपीट की गई। कोइलपुरा गांव के प्रधान सियाराम चौधरी ने Only Fact से बातचीत में बताया कि इस घटना में एक किशोरी समेत चार आरोपी हैं, मृतक और आरोपी पक्ष दोनों ही एक जाति से आते हैं। 
11- डिलीवरी बॉय के दलित होने की वजह से खाना न लेने और मूंह पर थूकने का दावा गलत है
यह आजादी का अमृतकाल है, देश प्रदेश में हिन्दुओं की सरकार है तब यह हाल है। दलितों के हाथ का छुआ खाना नहीं खाते हम. ये कहते हुए लखनऊ में Zomato के दलित डिलीवरी बॉय  के मुंह पर थूका।यह घटना लगभग ढाई साल पुरानी है। साथ ही, इस मामले में किसी भी प्रकार का जातिगत एंगल  नहीं है। दरअसल, यह झड़प आरोपी अजय सिंह गंगवार और डिलीवरी बॉय के बीच देर से खाना पहुँचाने को लेकर हुई थी।

12- मांस खाते हुए लोगों का वीडियो महाकुंभ का नहीं हैकुम्भ स्नान की ठंडी व दिन भर की थकान को दूर करने के लिए बाबाओं का शुद्ध शाकाहारी चीखना व पेय, यह है बाबाओं के पापमुक्ति का मार्ग।यूपी के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ की शुरुआत है, इसका समापन 26 फरवरी को होगा। जबकि मांस खाते हुए लोगों का वीडियो सितम्बर 2024 या उससे पहले से इंटरनेट पर मौजूद है।
13- तिरुपति बालाजी मंदिर के पुजारियों द्वारा जेवरात चुराने का दावा गलत हैतिरूपति में पुजारी के घर से 128 किलो सोना, 150 करोड़ कैश और 70 किलो हीरे बरामद, जो संपत्ति रिश्तेदारों में बांटी गई।तिरुपति मंदिर के एक पुजारी के पास से 128 किलो सोना, ₹150 करोड़ नकद और 70 किलो हीरे बरामद होने का वायरल दावा पूरी तरह गलत है। दरअसल, यह मामला 2021 में तमिलनाडु के वेल्लोर में हुई एक चोरी से जुड़ा है। वेल्लोर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक सप्ताह के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर चोरी का माल बरामद कर लिया था।
14- शाहजहांपुर में खुद को आग लगाने की घटना करीबन एक साल पुरानी हैयूपी के शाहजहांपुर पुलिस स्टेशन में न्याय न मिलने पर पीडित ने आग लगा ली।
 यह घटना मार्च 2024 की है। शाहजहांपुर के कांट थाना क्षेत्र में दो वाहनों पर कब्जे के विवाद में पुलिस के सुनवाई न करने से आहत ताहिर अली ने एसपी दफ्तर के गेट पर खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी।
15- धीरेंद्र शास्त्री द्वारा प्रभु श्री राम का अपमान करने का दावा गलत है
ढोंगी धीरेन्द्र शास्त्री बता रहा है कि राम जी के 5 बाप थे, क्या यह सनातन का अपमान नहीं है!धीरेंद्र शास्त्री ने प्रभु श्रीराम का अपमान नहीं किया। उन्होंने कहा था कि राजा दशरथ, जो श्रीराम के जैविक पिता थे, के साथ-साथ अग्निदेव, जटायु, विश्वामित्र और राजा जनक को भी पिता समान स्थान प्राप्त हुआ था।
16- गंगा में नहाने पर दलितों को पीटने का दावा गलत हैगंगा में नहाने की वजह से दलितों को पीटा गया।गंगा में नहाने पर दलितों को पीटने का दावा गलत है। यह घटना एमपी के खरगोन की है, जहां महेश्वर में नर्मदा नदी में युवक नग्न अवस्था में नहा रहे थे। इस दौरान लोगों ने उनका विरोध किया और पिटाई की।

हमारी इस रिपोर्ट में स्पष्ट है कि सपा नेता लौटन राम निषाद सनातन धर्म, हिंदू साधु संतों और सरकार पर अभद्र टिप्पणियां करके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर चर्चा में बने रहने की कोशिश कर रहे हैं। लौटन ने अभिव्यक्ति की आज़ादी का गलत फायदा उठाकर समाज में गलत और भ्रामक खबरें साझा की हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि लोटन राम निषाद का उद्देश्य लोगों को भ्रमित करना या किसी विशेष समूह, धर्म, व्यक्ति या संस्था को नुकसान पहुँचाना है।






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